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Wednesday, June 22, 2011

Fwd: भाषा,शिक्षा और रोज़गार



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From: भाषा,शिक्षा और रोज़गार <eduployment@gmail.com>
Date: 2011/6/22
Subject: भाषा,शिक्षा और रोज़गार
To: palashbiswaskl@gmail.com


भाषा,शिक्षा और रोज़गार


डीयूःकोटे की 2700 सीटों के लिए कस लें कमर

Posted: 21 Jun 2011 11:31 AM PDT

दिल्ली विश्वविद्यालय में आज से स्पोर्ट्स और ईसीए के लिए फॉर्म मिलने शुरू हो जाएंगे। नई दाखिला प्रक्रिया के तहत कॉलेज ईसीए (एक्सट्रा कुरीकलर एक्टिविटीज) और स्पोर्ट्स कोटे के फॉर्म ही निकालेंगे।

विश्वविद्यालय में स्पोर्ट्स और ईसीए कोटे की पांच प्रतिशत सीटें होती है। स्पोर्ट्स काउंसिल की प्रमुख सुदर्शन पाठक ने बताया कि इस बार के ट्रायल कॉलेज ही करेंगे पर उनको दी गई गाइडलाइंस के आधार पर ही दाखिले करने होंगे। अगर उन्हें ट्रायल कराने में या फिर दाखिले के दौरान किसी भी तरह की परेशानी आती है तो वह स्पोर्ट्स काउंसिल से संपर्क कर सकते हैं।
भारती कॉलेज की प्राचार्या प्रमोदिनी वर्मा ने बताया कि कॉलेज में ईसीए और स्पोर्ट्स के लिए 22जून से फॉर्म मिलेंगे और तीसरी कटऑफ के साथ ही ट्रायल शुरू हो जाएंगे। भास्कराचार्य कॉलेज ऑफ एप्लायड साइंस के प्राचार्य जयप्रकाश मिश्र ने बताया कि कॉलेज में आज से फॉर्म मिलने शुरू हो जाएंगे और 27 जून तक फॉर्म मिलेंगे। देशबंधु सांध्य कॉलेज के प्राचार्य एस.पी.अग्रवाल ने बताया कि ईसीए और स्पोर्ट्स कोटे के फॉर्म पांच जुलाई तक मिलेंगे। ट्रायल पांच से पंद्रह जुलाई के बीच होंगे। दिल्ली कॉलेज ऑफ आर्ट्स एंड कॉमर्स के प्राचार्य एमएस रावत बताते हैं कि ईसीए और स्पोर्ट्स के लिए फॉर्म 22 जून से फॉर्म मिलने शुरू हो जाएंगे। सत्यवती कॉलेज के प्राचार्य शमसुल इस्लाम का कहना है कि इस बार कॉलेज में बीस सीटें है। जिनमें से 15 सीटें स्पोर्ट्स की और पांच सीटें ईसीए की है(अनुराग मिश्र, हिंदुस्तान,दिल्ली,21.6.11)।

बारहवीं के बाद शार्ट-टर्म कोर्स

Posted: 21 Jun 2011 09:00 AM PDT

बारहवीं के बाद का समय छात्रों के लिए उलझन भरा ही होता है। वे या तो ग्रेजुएशन में एडमिशन की भागदौड़ में लगे रहते हैं या फिर इंजीनियरिंग/मेडिकल कॉलेज में एडमिशन की तैयारी में जुट जाते हैं। किसी को एडमिशन मिल जाता है तो कोई एडमिशन न मिलने से निराश हो जाता है। यदि मनमाफिक कोर्स और संस्थान में एडमिशन नहीं मिलता तो खाली हाथ बैठने की आवश्यकता नहीं है। अगले साल के इंतजार में शॉर्ट टर्म कोर्स कीजिए, जिससे करियर को नई दिशा मिल सके । कंप्यूटर कोर्स, एनिमेशन, फैशन डिजाइन, वेब डिजाइन, फिल्म मेकिंग, मैरीन इंजीनियर, इंटीरियर, आर्किटेक्चर, इंजीनियरिंग, मैनेजमेंट, एकाउंटेंसी, जर्नलिज्म, मास कम्युनिकेशन, मीडिया, मेडिकल, आर्ट्स के अलावा ग्राफिक्स, हेयर एंड ब्यूटी, एविएशन एंड टूरिज्म आदि सैकड़ों फील्ड हैं जिनमें शॉर्ट-टर्म, पार्ट टाइम और जॉब ओरिएंटेड कोर्सेज उपलब्ध हैं, कोसरे के बारे में विनीत उत्पल-

कस्टमर रिलेशनशिप मैनेजर

कस्टमर रिलेशनशिप मैनेजमेंट (सीआरएम) से जुड़े लोग काफी महत्वपूर्ण हो गए हैं क्योंकि ग्लोबल मार्केटिंग से लेकर ई-मार्केटिंग तक हर कोई जुड़ा हुआ है। इंटरनेट ऑपरेटर, बैंकिंग, ट्रैवल एजेंसीज, एयरलाइंस कंपनियां, ट्रांसपोर्टर्स, बिजनेस-टू-बिजनेस आदि में लोगों की जरूरतें काफी बढ़ गई हैं। सीआरएम कोर्स करने के बाद इस फील्ड में असीम संभावनाएं हैं। देश में कई संस्थान संबंधित सीआरएम के कोर्स उपलब्ध करवाते हैं, जो दो महीने से एक साल की अवधि के होते हैं। सीआरएम कोर्स करने के बाद आप जहां बैंकिंग सेवा, इंटरनेट सर्विस के अलावा ई-कॉमर्स सेक्टर, रिटेल चेन आदि में जॉब पा सकते हैं, वहीं बतौर सीआरएम इंजीनियर, सीआरएम फंक्शनल कंसल्टेंट, सीआरएम टेक्निकल कंसल्टेंट और सीआरएम आर्किटेक्ट की भी मांग काफी बढ़ी है।

इवेंट मैनेजमेंट

शहरों में आजकल इवेंट मैनेजर्स की मांग काफी बढ़ गई है क्योंकि शादी, बर्थडे पार्टी, सेमिनार, वर्कशॉप से लेकर सोशल व कॉरपोरेट इवेंट के लिए इवेंट मैनेजमेंट से जुड़े लोगों की जरूरत है। इवेंट मैनेजमेंट से डिप्लोमा कोर्स में एडमिशन बारहवीं के बाद मिल जाता है। कोर्स के बाद किसी भी पब्लिक रिलेशन्स कंपनी ज्वाइन किया जा सकता है।

फॉरेन लैंग्वेज


ग्लोबलाइजेशन के दौर में दूसरी विदेशी भाषाओं को जानना अनिवार्य हो गया है। यही कारण है कि कई संस्थान फॉरेन लैंग्वेज में कोर्सेज कराने लगे हैं। एमएनसी में भी द्विभाषिये की जरूरत महसूस होने लगी है, क्योंकि यहां व्यापक पैमाने पर रिपोर्ट, ट्रांजैक्शन सहित दूसरे कागजातों के अनुवाद करने के लिए लोगों की जरूरत होती है। वर्तमान दौर में फ्रेंच, जर्मन, इटालियन, जापानी, स्पैनिश, रशियन, अरैबिक, पर्शियन और चीनी भाषा जानने वालों की मांग बढ़ी है। विभिन्न विषयों से संबंधित कोर्स करने के बाद स्कूलों में आप पढ़ा सकते हैं, किसी भी सरकारी और गैर-सरकारी संस्थानों में बतौर अनुवादक भी नौकरी कर सकते हैं। द्विभाषिये, टूरिस्ट गाइड, एयर हॉस्टेस, फ्लाइट स्टेर्वड के अलावा होटलों में पब्लिक रिलेशन्स ऑफीसर भी काम कर सकते हैं। इससे संबंधित कोर्स करने के बाद आप मल्टीनेशनल कंपनियों के अलावा यूएन आदि में भी नौकरी पा सकते हैं।

स्टॉक ब्रोकर

कोर्स इन दिनों यंगस्टर्स में काफी हद तक स्टॉक ब्रोकर बनने का रुझान दिख रहा है। ग्लोबलाइजेशन के दौर में इकोनॉमी और स्टॉक एक्सचेंज काफी प्रमुख हो गये हैं। ब्रोकर बनने के लिए आपको संबंधित कोर्स करना होगा, तभी आप लाखों के लेन-देन में भूमिका निभा सकते हैं। हालांकि ब्रोकर बनने के लिए ग्रेजुएशन के साथ दो साल के अनुभव की आवश्यकता होती है लेकिन सब-ब्रोकर तो बारहवीं के बाद बना जा सकता है। इसमें आपको स्टॉक की डीलिंग के साथ कितने तरह के ट्रांजिक्शन होते हैं, आदि की जानकारी मिल जाएगी। को र्स करने के बाद अभ्यर्थी को सेक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इं डिया (एसईबीआई) में रजिस्ट्रेशन कराने के बाद ही ब्रोकर बना जा सकता है। इसके बाद आप किसी भी बिजनेस हाउस, स्टॉक ब्रोकिंग फर्म और इन्वेस्टमेंट बैंक में नौकरी पा सकते हैं या फिर डीलर या एनलिसिस्ट भी बन सकते हैं।

बुक पब्लिशिंग

किताबों का प्रकाशन सदियों से हो रहा है और बुक पब्लिशिं ग की दुनिया आसमान छू रही है। ऐसे में 'नॉलेज इकोनॉमी' के बढ़ते दबाव के कारण बुक पब्लिशिंग इंडस्ट्री काफी ग्रोथ कर रहा है। भारत ही नहीं, पूरी दुनिया में इसमें करियर अपरच्यूनिटी बढ़ी है। हालांकि बुक पब्लिशिंग से संबंधित कई कोर्स उपलब्ध हैं लेकिन ट्रेनिंग कोर्स इन बुक पब्लिशिंग, कोर्स इन पब्लिशिंग, डिप्लोमा इन प्रिंटिंग एंड पब्लिशिंग, सर्टिफिकेट कोर्स इन बाइंडिंग एंड फिनिशिंग प्रमुख हैं, जो 12वीं के बाद किए जा सकते हैं। इससे संबंधित कोर्स करने के बाद बतौर प्रूफ रीडर, प्रोजेक्ट असिस्टेंट, कॉपी एडिटर, असिस्टेंट एडिटर, सब- एडिटर, रिसर्च एडिटर, लेखक आदि की नौकरी कर सकते हैं। प्रोडक्शन में आपकी रुचि हो तो बतौर प्रोडक्शन एक्जीक्यूटिव नौकरी कर सकते हैं। मार्केटिंग में जाना चाहें तो सेल्स एक्जीक्यू टिव या पब्लिसिटी एंड प्रो मोशन ऑफीसर की नौकरी कर सकते हैं।

ब्यूटी कोर्स

जिस तरह फैशन का बाजार बढ़ा है, उसी तरह लोग खुद की सुंदरता के प्रति जागरूक हुए हैं। इससे संबंधित कोर्स में एडमिशन लेने के लिए कम से कम 12वीं पास होना आवश्यक है। साथ ही, इस फील्ड में करियर बनाने के इच्छुक लोगों में पोलाइटनेस, केयरफुल, फ्रेंडली बिहेवियर, कॉन्फिडेंशियल जैसे गुण होने आवश्यक हैं। इससे संबंधित कोर्स में थ्योरी के साथ प्रैक्टिकल नॉलेज भी दी जाती है। कोर्स खत्म होने के बाद बतौर ब्यूटीशियन आप या तो किसी कंपनी में काम कर सकते हैं या फिर प्राइवेट सैलून भी खोल सकते हैं।

एथिकल हैकिंग

इन दिनों भारत में ऑफलाइन और ऑनलाइन हैकिंग से संबंधित लोगों की डिमांड काफी है। इन्फॉम्रेशन टेक्नोलॉजी से जुड़ी चाहे पब्लिक हो या प्राइवेट सेक्टर की कंपनियां, अपने वेब प्रॉपर्टी को क्रिमिनल हैकिंग से बचाने के लिए एक्सपर्ट की सेवाएं ले रही हैं। एथिकल हैकिंग से जुड़े प्रोफेशनल्स को न सिर्फ इस मामले में तमाम जानकारियां होती हैं बल्कि वे जानते हैं कि कंपनी की कॉन्फिडेंशियल बातों को किस तरह गुप्त रखा जाए। वे हैकर्स के लोकेशन को भी ट्रेस कर सकते हैं। यह काफी जिम्मेदारी वाला पेशा है। इससे संबंधित कई तरह के कोर्स उपलब्ध हैं। साइबर स्पेस की बहुलता, क्रेडिट कार्ड आदि के कारण इसके विशेषज्ञ की हर जगह जरूरत होती है । इस फील्ड में कुछ अनुभव करने के बाद सालाना 27 से 32 लाख रुपए आसानी से मिल जाते हैं।

वेब डिजाइनिंग

वेबसाइट डिजाइनिंग में भी अपार संभावनाएं हैं लेकिन इसके पहले आपको एचटीएमएल, सीएसएस, फोटोशॉप, जावा स्क्रिप्ट आदि पर कमांड की जरूरत होगी। शुरुआती चरणों में आठ से दस हजार तक कमा सकते हैं। कॉपी राइटर, कंटेंट राइटर और मास कम्युनिकेशन में यदि आपको अंग्रेजी या हिंदी पर बेहतर कमांड है और आपको टाइपिंग आती है तो इस फील्ड में आप अपना भाग्य आजमा सकते हैं। अनुभव के बाद आप इस फील्ड में मनमाफिक पैसे कमा सकते हैं।

एडवरटाइजिंग

शुरू में ही कम से कम दस हजार रुपये महीने वाला पैकेज इस फील्ड में आसानी से मिल सकता है। इसके बाद आप जितना अच्छा काम करेंगे, उतने ही आगे बढ़ने के अवसर आपको मिलेंगे। इसके लिए आपमें रचनात्मकता होनी आवश्यक है। हालांकि भारत में इससे संबंधित कई तरह के कोर्स उपलब्ध हैं जो बारहवीं के बाद उपलब्ध हैं। इसके बाद आप रेडियो, टीवी, फिल्म, प्रिंट या दूसरे माध्यम में बतौर एडवरटाइजिंग एक्जीक्यूटिव, क्रिएटिव राइटर, पब्लिक रिलेशन्स ऑफीसर, पोस्टर राइटर, कॉपी राइटर, प्रोडक्शन प्रमोटर, स्क्रिप्ट राइटर, ग्राफिक डिजाइनर आदि के काम कर सकते हैं।

ट्रैवल एंड टूरिज्म

भारत में टूरिज्म इंडस्ट्री पिछले दशक में काफी बढ़ा है। यही कारण है कि ट्रैवल एंड टूरिज्म से जुड़े लोगों की मांग काफी है। यदि आपको थोड़ी- बहुत अंग्रेजी आती है और आप बेहतर ढंग से अंग्रेजी में बात कर सकते हैं तो यह फील्ड आपके लिए काफी महत्वपूर्ण है। कोर्स खत्म करने के बाद आप सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी नौकरी कर सकते हैं क्योंकि ट्रैवल एंजेसी के साथ एयरलाइंस और गवर्नमेंट ऑर्गेनाइजेशन आपका रास्ता देख रही है।

सप्लाई चेन मैनेजमेंट कोर्स

सप्लाई चेन मैनेजमेंट से जुड़े लोगों की डिमांड मार्केट में किस कदर है, इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि अब अधिकतर कंपनियां इसे काफी तवज्जो दे रही है। 'चेन ऑफ आउटलेट्स' और डिस्ट्रीब्यूशन चैनल की बढ़ती दुनिया के कारण इसके जानकार लोगों की मांग काफी है। इस फील्ड में वही टिक सकता है जो बेस्ट हो क्योंकि इनका काम ट्रासपोर्टेशन सेक्टर से लेकर एविएशन, लॉजिस्टिक कंपनियों, शिपिंग कॉरपोरेशन से लेकर मल्टी प्रोडक्ट कंपनियों में होता है।

साउंड रिकॉर्डिग कोर्स

साउंड रिकॉर्डिग से जुड़े लोगों की मांग इन दिनों काफी बढ़ गई है। इसके जानकारों को फिल्म डायरेक्शन, फिल्ड एडिटिंग से लेकर डांस आदि में रोजगार मिल जाता है। यह ऐसा टेक्निकल फील्ड है जिसकी मांग हमेशा से रही है क्योंकि डॉक्युमेंट्री फिल्मों, रेडियो ब्रॉडकास्टिंग आदि में इनकी जरूरत पड़ती है। इससे संबंधित कोर्स अंडर-ग्रेजुएट लेवल से लेकर पोस्ट ग्रेजुएट लेवल उपलब्ध है। यदि आपका मनमाफिक विषयों में ग्रेजुएशन में एडमिशन नहीं हो पा रहा है तो निराश होने की जरूरत नहीं है। देश के विभिन्न शहरों में सरकारी और गैर-सरकारी दोनों संस्थान हैं, जहां इससे संबंधित कोर्स की पढ़ाई होती है।

फ्लैश, फोटोशॉप एंड एनीमेशन

फ्लैश और फोटोशॉप के साथ एनीमेशन की जानकारी आपको बेहतर नौकरी दिला सकती है जहां आपकी सैलरी 10 हजार से शुरू होकर 50 हजार या इसके भी अधिक हो सकती है। लेकिन शुरुआती दौर में इतनी अधिक सैलरी आपको नहीं मिल सकती। इसलिए पहले आप काम करें और सीखें। जब आप मास्टर हो जाएंगे तब पैसे के पीछे आप नहीं बल्कि पैसे आपके पीछे भागेगी।

कोर्सेज

डिप्लोमा इन जनरल नर्सिग एंड मिडवाइफरी डिप्लोमा कोर्स इन रेडियोलॉजी असिस्टेंट डिप्लोमा इन प्रोस्थेटिक्स एंड आथ्रेटिक्स बेसिक एंड एडवांस मेडिकल लैब टेक्नोलॉजी सर्टिफिकेट इन मेडिकल लैब टेक्नीशियन डिप्लोमा डायसिस टेक डिप्लोमा एक्स-रे एंड ईसीजी टेक डिप्लोमा इन ऑपरेशन सर्टिफिकेट इन वार्ड एटेनडेंट मेडिकल ट्रांसक्रिप्शन डिप्लोमा इन फाम्रेसी एयरक्राफ्ट मेंटेनेंस इंजीनियरिंग कंप्यूटर ऑपरेटर एंड प्रोग्रामिंग असिस्टेंट सेक्टेरियल प्रैक्टिस फैशन टेक्नोलॉजी फ्रंट ऑफिस असिस्टेंट कॉल सेंटर असिस्टेंट डेस्कटॉप पब्लिशिंग ऑपरेटर स्टेनोग्राफी सर्टिफिकेट इन ट्रेवल एंड टूरिस्ट डिजिटल फोटोग्राफी बुक कीपिंग एंड एकाउंटेंसी डोएक 'ओ' लेवल डिप्लोमा इन एडवांस्ड सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी सर्टिफिकेट इन इनफॉम्रेशन टेक्नोलॉजी सर्टिफिकेट इन यूएनआई एंड सी सर्टिफिकेट इन कम्प्यूटर एप्लीकेशन्स कोर्स इन लोकल एरिया नेटवर्किग डीटीपी डिप्लोमा इन कंप्यूटर्स इन ऑफिस मैनेजमेंट कंप्यूटर हार्डवेयर एंड नेटवर्किग मल्टीमीडिया एंड एनिमेशन/ग्राफिक्स डिजाइनिंग डिप्लोमा इन स्पेशल एजुकेशन वेब डिजाइनिंग सर्टिफिकेट इन प्रोग्रामिंग कंटेंट राइटिंग या कॉपी राइटर्स ऑनलाइन बिजने स एनालिस्ट सर्टिफिकेट इन फ्लैश एंड फोटोशॉप इंटरनेट मार्केटिंग मास कम्युनिकेशन डिप्लोमा इन एक्टिंग एंड डायरेक्शन

एयर टिकटिंग कोर्स

आज के दौर में एयर टिकटिंग में भी करियर की असीम संभावनाएं हैं। भारत में इससे संबंधित दो से छह महीने से लेकर एक साल के कोर्स उपलब्ध हैं। इसके जरिए वे जान सकेंगे कि किस तरह संबंधित फ्लाइट्स की बुकिंग के साथ टिकट लिया जाता है। साथ ही, पैसेंजर को आने-जाने के लिए गाइड करने के साथ दूसरी आवश्यकताओं की जानकारी भी दे सकते हैं। वे टाइम टेबल बताते हैं, एयरलाइंस शेडय़ूल के साथ गाइड और टैरिफ बुक की जानकारी भी पैसेंजर को देते हैं। आज के दौर में कई एजेंसियां और एयरलाइंस कंपनियां इस तरह के लोगों को जॉब पर रखती हैं। इसमें प्रवेश के इच्छुक छात्रों में बेहतरीन बातचीत की क्षमता हो, मैनर आता हो और आकषर्क पर्सनालिटी हो(राष्ट्रीय सहारा,21.6.11)।

फर्जीवाड़ा कर पायलट बनाने वाली व्यवस्था में बदलाव

Posted: 21 Jun 2011 08:40 AM PDT

फर्जीवाड़ा कर पायलट बनाने वाली व्यवस्था में बदलाव करते हुए अब डीजीसीए यूरोप और यूके जैसी प्रणाली अपनाना चाह रहा है जिससे पायलट के बनने में कहीं कोई उंगली न उठे। डीजीसीए ने अब पुनर्मूल्यांकन की व्यवस्था को खत्म कर दिया है। साथ ही सारी पण्राली ज्यादा पारदर्शी रहे इसके लिए सब कुछ आन लाइन करने के प्रयास हैं। हाल में पायलट के कामर्शियल लाइसेंस कैसे लिए जा रहे हैं इसके देश व्यापी घोटाले का पर्दाफाश होने के बाद भारत की स्थिति शर्मसार हुई है । मालूम चला कि हवाई जहाज में सैकड़ों लोगों की जान नौसिखिये ऐसे पायलटों के हाथ में थी जिनको हवाई जहाज उड़ाने का व्यावहारिक अनुभव भी नहीं था। पायलटों की भर्ती में हो रहे फर्जीवाड़े के पर्दाफाश होने पर करीब 20 से ज्यादा पायलट पकड़ में आए और करीब एक दर्जन अफसरों के हाथ इस घोटाले में लिप्त पाए गए थे। अब नई व्यवस्था के लिए पुराने ढांचे में बदलाव करते हुए डीजीसीए ने नई तकनीकी आधारित व्यवस्था लाने की ठानी है जिसमें फाड्र करने की गुंजाइश कम है। नई व्यवस्था में मिनिमम फाड्र और अनावश्यक दावे अब पायलट नहीं कर सकेंगे। एयरलाइंस ट्रांसपोर्ट पायलट लाइसेंस के लिए पहले जो व्यवस्था थी उसमें लूपहोल की गुंजाइश थी जिसका फायदा मिल कर उठाया जाता रहा लेकिन अभी डीजीसीए ने पायलट परीक्षा में पुनर्मूल्यांकन की व्यवस्था को ही खत्म कर दिया है। पहले इसी व्यवस्था के नाम पर लोग पुनमरूल्याकंन कराकर अपने चहेतों के नम्बर बढ़ा देते थे।अभी हाल में 8000 पायलटों की डीजीसीए को नए सिरे से जांच करानी पड़ी थी जिससे कि यह पता चल सके कि कौन अयोग्य पायलट हवाई जहाज उड़ा रहे हैं। डीजीसीए का कहना है कि पहले दो परीक्षाओं के बाद विदेशी पायलट लाइसेंस को यहां मान्य कर लिया जाता था लेकिन अब कुशलता परीक्षा भी देनी होगी,वह भी एडवांस एयरक्राफ्ट की उड़ान के साथ। हाल में डीजीसीए ने पायलट परीक्षा के लिए नए ढंग से पाठ्यक्रम भी बनाया है जिसमें कुछ महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं(राकेश आर्य,राष्ट्रीयसहारा,दिल्ली,21.6.11) ।

डीयूःकेट की दूसरी कटऑफ 80 फीसद तक

Posted: 21 Jun 2011 08:20 AM PDT

केट परीक्षा के तहत बीए ऑनर्स में दाखिले के लिए दूसरी कट ऑफ सूची में सामान्य वर्ग में जहां .55 से 10 फीसद की गिरावट हुई है, वहीं ओबीसी वर्ग में 1 से 12 फीसद की गिरावट हुई है। 21 कॉलेजों के लिए सोमवार को बीए अंग्रेजी ऑनर्स के लिए आयोजित केट परीक्षा की दूसरी कट ऑफ सूची जारी कर दी गई है। जारी कट ऑफ में सामान्य वर्ग में कट ऑफ में 10 फीसद की गिरावट कर 65 से 55 फीसद कर दिया है। इसी प्रकार जाकिर हुसैन सांध्य ने ओबीसी की कट ऑफ में 12 फीसद की गिरावट कर 59 फीसद से गिराकर 47 फीसद कर दिया है। इस प्रकार सामान्य वर्ग में भारती और देशबंधु कॉलेजों ने कट ऑफ में किसी तरह की गिरावट नहीं की है। डीसीएसी कॉलेज ने दूसरी कट ऑफ 73 फीसद, हिन्दू कॉलेज ने 80 फीसद, आईपी कॉलेज ने 70 फीसद, कमला नेहरु कॉलेज ने 69.68 फीसद, लेडी श्रीराम कॉलेज ने 77.45 फीसद, महाराजा अग्रसेन कॉलेज ने 63 फीसद, मिरांडा हाउस ने 74.5 फीसद, सत्यवती कॉलेज सांध्य ने 55 फीसद कट ऑफ जारी किया है। इसी प्रकार शहीद भगतंिसंह कॉलेज ने 69 फीसद, शिवाजी कॉलेज ने 62 फीसद, श्यामलाल कॉलेज ने 59 फीसद, एसपीएम कॉलेज ने 64 फीसद, स्वामी श्रद्धानंद कॉलेज ने 58 फीसद, जाकिर हुसैन कॉलेज सांध्य 57 फीसद, किरोड़ीमल कॉलेज 75.5 फीसद, जानकी देवी मेमोरियल कॉलेज ने 68 फीसद, राजधानी कॉलेज ने 66 फीसद और विवेकानंद कॉलेज ने 62 फीसद कट ऑफ किया है। इन कालेजों ने कट ऑफ में अलग-अलग गिरावट की है(राष्ट्रीय सहारा,दिल्ली,21.6.11)।

चंडीगढ़ःइंटर के लिए आवेदन आये 12 हजार, सीटें 11 हजार

Posted: 21 Jun 2011 08:00 AM PDT

चंडीगढ़ शिक्षा विभाग की ओर से शहर के राजकीय स्कूलों में प्लस वन के प्रवेश फार्म की बिक्री एवं जमा करवाने का आज अंतिम दिन होने पर कुल 14,778 फार्म बिके। वहीं 12426 आवेदन जमा हुए।
इस बार शहर के विभिन्न राजकीय आदर्श एवं अन्य स्कूलों में विभिन्न संकायों में कुल 11 हजार सीटें हैं और इस बार आवेदन आए हैं 12 हजार से ज्यादा।
पिछले साल कुल 12000 फार्म बिके थे और जमा हुए थे 11883 आवेदन। इस बार आवेदन फार्म भी पिछले साल की तुलना में ज्यादा बिके हैं और जमा भी ज्यादा हुए हैं। प्लस वन के छात्रों की सूची 27 जून को जारी होगी और 30 जून को सीटों की अलाटमेंट की कट आफ सूची जारी की जाएगी।
इस बार शहर में न केवल प्लस वन में प्रवेश पाने वाले छात्रों की संख्या मे इजाफा हुआ बल्कि छोटी कक्षाओं में भी प्रवेश पाने वाले छात्रों की संख्या ज्यादा हुई। इससे विभाग के आला अधिकारियों को सभी स्कूलों के प्रिंसीपलों को अधिसूचना जारी करनी पड़ी थी कि किसी भी बच्चे को प्रवेश देने से इंकार नहीं किया जाए। जो भी छात्र आवेदन करता है, उसे प्रवेश दिया जाए। हालांकि कुछ स्कूलों के प्रिंसीपलों ने यहां तक कह दिया था कि उनके पास तय सीटों से ज्यादा छात्र आने पर उन्हें बैठाने की व्यवस्था तक नहीं है। इसके बावजूद विभाग ने दोबारा यह अधिसूचना जारी कर आदेश दिए थे कि जो-जो छात्र जिस सेक्टर में रहता है, उसे उसी सेक्टर के स्कूल में प्रवेश लेना होगा। इस आदेश से अभिभावक निराश हो गये थे। लेकिन विभाग के अधिकारियों ने कहा कि यह फैसला कुछ स्कूलों में सीटें खाली रहने पर लिया गया है(दैनिक ट्रिब्यून,चंडीगढ़,21.6.11)।

डीयूःएसआरसीसी में दाखिला हो चुका है फिर भी चाहिए सेंट स्टीफंस

Posted: 21 Jun 2011 07:40 AM PDT

दिल्ली विविद्यालय में चल रही दाखिला प्रक्रिया में एक तो कट ऑफ में न आने वाले सैकड़ों विद्यार्थी कॉलेज में एक सीट को तरस रहे हैं, वहीं दाखिले में ऐसे भी भाग्यशाली हैं, जिनका डीयू के कॉमर्स के टॉप कॉलेज एसआरसीसी में दाखिला मिल चुका है और अब वे दूसरे टॉप सेंट स्टीफंस कॉलेज में दाखिला लेने में लगे हैं। या यूं कह लें कि इन विद्यार्थियों की स्थिति एक हाथ में दो लड्डू की है। विद्यार्थी यह सोचने लगे हैं कि वे किसे खाएं। सेंट स्टीफंस कॉलेज में दाखिले के लिए साक्षात्कार सोमवार से शुरू हो गए हैं। कॉलेज में सर्वाधिक कट ऑफ 97.50 वाले पाठयक्रम अर्थशास्त्र ऑनर्स में दाखिले के लिए जो विद्यार्थी साक्षात्कार देने आए हैं, उन्हें पहले ही एसआरसीसी कॉलेज में दाखिला मिल चुका है। लेकिन दो टॉप कॉलेज को लेकर भ्रम की स्थिति के चलते वे सोच में पड़ गए हैं कि किसमें दाखिला लें। बहरहाल कॉलेज की कट ऑफ पूरी करने वाले ये विद्यार्थी साक्षात्कार देने में लगे हैं। साक्षात्कार में साइंस स्ट्रीम के विद्यार्थी से साइंस और कॉमर्स के विद्यार्थियों से कॉमर्स का सवाल पूछा जा रहा है। कॉलेज में प्रत्येक कोर्स की साक्षात्कार प्रक्रिया पूरी होने के बाद दाखिला सूची निकाली जाएगी। सेंट स्टीफंस कॉलेज में दाखिले के लिए सोमवार को साक्षात्कार सुबह आठ बजे से शुरू कर दिया गया। साक्षात्कार देने के लिए प्रत्येक कोर्स के लिए अलग- अलग कमरे बनाए गए थे। सोमवार को अर्थशास्त्र ऑनर्स, फिजिक्स ऑनर्स और संस्कृत ऑनर्स पाठय़क्रमों में दाखिले के लिए साक्षात्कार की शुरुआत हो गई। साक्षात्कार देने आए विद्यार्थियों के ऐसे पसीने छूट रहे थे जैसे नौकरी का इंटरव्यू देते समय किसी का छूटता है। विद्यार्थियों के चेहरे पर घबराहट साफ दिख रही थी। साइंस स्ट्रीम की दिव्यानी जब साक्षात्कार देकर बाहर निकलीं तो उनके चेहरे पर खुशी और घबराहट दोनों साफ दिख रही थी। खुशी इस बात की पहले से थी कि उनका पहले ही एसआरसीसी में अर्थशास्त्र ऑनर्स में 96.7 फीसद होने पर दाखिला मिल चुका है और सेंट स्टीफंस में तो साइंस स्ट्रीम की कट ऑफ 96.5 फीसद से वे आगे हैं। ऐसे में दिव्यानी का सेंट स्टीफंस में भी दाखिला लगभग पक्का है। साक्षात्कार की कतार में अन्य सभी विद्यार्थी ऐसे थे जिनका एसआरसीसी में दाखिला हो चुका है। साक्षात्कार की कतार में बैठीं छात्रा नंदिता ने बताया कि उनका अंक 97.5 फीसद है और एसआरसीसी में बीकॉम ऑनर्स में दाखिला मिल चुका है। बाल भारती स्कूल पूसा रोड की छात्रा नंदिता का कहना है कि वे इस बात को लेकर भ्रमित हैं कि वह एसआरसीसी में दाखिला लें या सेंट स्टीफंस में। 97 फीसद वाले छात्र रचित को भी एसआरसीसी में अर्थशास्त्र ऑनर्स में दाखिला मिल चुका है, फिर वे सेंट स्टीफंस में साक्षात्कार देने लाइन में लगे थे। इसी प्रकार 97.5 फीसद वाले निखिल पांधी को भी एसआरसीसी में अर्थशास्त्र ऑनर्स में दाखिला मिल चुका है। फिर भी सेंट स्टीफंस की चाह लिए वे यहां साक्षात्कार देने पहुंचे थे। अर्थशास्त्र ऑनर्स का साक्षात्कार मंगलवार और बुधवार को भी चलेगा(राकेश नाथ,राष्ट्रीय सहारा,दिल्ली,21.6.11)।

डीयूःदूसरी कट ऑफ में .25 से 15 फीसद तक का डाउनफॉल

Posted: 21 Jun 2011 07:20 AM PDT

दिल्ली विविद्यालय सेकेंड कट ऑफ सूची में जहां कई टॉप कॉलेजों के बीकॉम ऑनर्स व अर्थशास्त्र ऑनर्स में हाउसफुल का बोर्ड लग गया है, वहीं साइंस कोर्सेज में फिजिक्स व केमिस्ट्री कॉलेजों ने नो एंट्री का बोर्ड लगा दिया है। डीयू की दूसरी कट ऑफ सूची में कला व कॉमर्स कोर्सेज में .25 से 15 फीसद तक की गिरावट की गई है, वहीं साइंस के कट ऑफ में 1 से 6 फीसद की गिरावट की गई है। रोचक बात यह है कि मोतीलाल नेहरु कॉलेज ने बीए प्रोग्राम में गिरावट की जगह कट ऑफ में 8 फीसद का इजाफा कर 65 फीसद से इसे 73 फीसद कर दिया है। डीयू द्वारा सोमवार को जारी कट ऑफ सूची के बाद कॉलेजों में 22 से 25 जून तक दाखिले होंगे। डीयू द्वारा जारी कट ऑफ सूची में लेडी श्रीराम कॉलेज ने बीए प्रोग्राम में .25 फीसद की गिरावट कर इसे 92.75 फीसद, बीकॉम में 1.25 फीसद की गिरावट कर 95.75 फीसद और बीकॉम ऑनर्स में 1 फीसद की गिरावट 96 फीसद कर दिया है। डीयू के श्री गुरु नानक देव खालसा कॉलेज ने पंजाबी ऑनर्स में 15 फीसद की गिरावट कर कट ऑफ 60 से 45 फीसद कर दिया है। जाकिर हुसैन कॉलेज ने बीए प्रोग्राम के कट ऑफ 14 फीसद की गिरावट कर इसे 64 फीसद से 50 फीसद कर दिया है। दौलतराम कॉलेज ने बीए प्रोग्राम में 2 फीसद की गिरावट कर 84 फीसद करते हुए बीकॉम, बीकॉम ऑनर्स और अर्थशास्त्र ऑनर्स में हाउसफुल का बोर्ड लगा दिया है। इसी प्रकार गार्गी कॉलेज ने बीए प्रोग्राम में नो एंट्री का बोर्ड लगाया है। हंसराज कॉलेज ने बीकॉम ऑनर्स में किसी तरह का फेरबदल न करते हुए अर्थशास्त्र ऑनर्स में .5 फीसद की गिरावट कर इसे 95.5 फीसद किया है। हिन्दू कॉलेज ने बीकॉम व अर्थशास्त्र ऑनर्स में हाउसफुल का बोर्ड लगा दिया है। आईपी कॉलेज ने बीए प्रोग्राम में 4 फीसद की गिरावट कर कट ऑफ 77 फीसद किया है, जबकि बीकॉम ऑनर्स में .5 फीसद की गिरावट कर अर्थशास्त्र ऑनर्स में नो एंट्री का बोर्ड लगा दिया है। जीसस एंड मेरी कॉलेज ने बीकॉम में .75 की गिरावट कर बीकॉम ऑनर्स व ईको ऑनर्स में दाखिले बंद कर दिए हैं। किरोड़ीमल कॉलेज ने बीए प्रोग्राम में दाखिले बंद कर बीकॉम और बीकॉम ऑनर्स में 1.5 फीसद की गिरावट की है, जबकि ईको ऑनर्स में 2.5 फीसद की गिरावट कर कट ऑफ को 90.75 फीसद किया है। एलएसआर कॉलेज ने बीकॉम ऑनर्स में 1.25 फीसद की गिरावट कर से 95.75 फीसद कर दिया है ईको ऑनर्स में 1 फीसद कर इसे 96 फीसद कर दिया है। मिरांडा हाउस में बीए प्रोग्राम व ईको ऑनर्स में नो एंट्री को बोर्ड लगा दिया गया है। रामलाल आनंद कॉलेज में बीए प्रोग्राम में 10 फीसद की गिरावट कर इसे 80 से 70 फीसद कर दिया है। रामजस कॉलेज ने बीए प्रोग्राम में 9 फीसद की गिरावट कर इसे 79 फीसद कर दिया है। जबकि बीकॉम व ईको ऑनर्स में हाउसफुल का बोर्ड लगा दिया है। साउथ कैम्पस के श्री वेंकटेरा कॉलेज ने बीए प्रोग्राम में 2 और बीकॉम व बीकॉम ऑनर्स में 1.5 फीसद तक की गिरावट की है। वहीं साइंस कोर्सेज की बात करें तो ज्यादातर कॉलेजो ने फिजिक्स व केमिस्ट्री ऑनर्स में हाउसफुल का बोर्ड का लगा दिया है। गार्गी कॉलेज व हंसराज कॉलेज ने फिजिक्स ऑनर्स में एक-एक फीसद की गिरावट की है, जबकि स्वामी श्रद्धानंद कॉलेज ने बॉटेनी ऑनर्स में 6 फीसद की गिरावट की है। जबकि नार्थ कैम्पस खालसा कॉलेज ने भी केमिस्ट्री ऑनर्स में 6 फीसद की गिरावट कर कट ऑफ 84 फीसद कर दिया है। दयाल सिंह कॉलेज ने केमिस्ट्री, हिन्दू कॉलेज ने बॉटेनी ऑनर्स, जानकी देवी कॉलेज व केशव महाविद्यालय ने फिजिक्स ऑनर्स, केएमसी, मिरांडा हाउस, रामजस व मैत्रीय ने फिजिक्स व केमिस्ट्री ऑनर्स में नो एंट्री का बोर्ड लगा दिया है, वहीं श्री वेंकटेरा कॉलेज ने केमिस्ट्री ऑनर्स में हाउसफुल का बोर्ड लगा दिया है(राकेश नाथ,राष्ट्रीय सहारा,दिल्ली,21.6.11)।

पटना वीमेंस कॉलेजःबीएससी की दूसरी मेधा सूची

Posted: 21 Jun 2011 07:00 AM PDT

पटना वीमेंस कालेज में बीएससी में नामांकन के लिए दूसरी मेधा सूची सोमवार को जारी कर दी गई। पहली सूची के मुकाबले महज 3 से 4 प्रतिशत की गिरावट आयी है। पहली मेधा सूची में भौतिकी में 79, रसायन में 80, जंतु विज्ञान में 76.33 व वनस्पति विज्ञान में 68 फीसदी कट आफ गया था। सोमवार को मेधा सूची देखने को छात्राओं संग अभिभावकों की भीड़ उमड़ पड़ी। सूची में शामिल छात्राएं खुशी से उछल पड़ी। इस सूची में शामिल छात्राओं का नामांकन 24 जून को होगा। बीएससी की तीसरी सूची 25 जून को जारी की जाएगी। स्नातकोत्तर में आवेदन की तिथि 20 जून को समाप्त हो गई। नामांकन के लिए कट आफ लिस्ट जल्द ही जारी होगी। दूसरी मेधा सूची भौतिकी विज्ञान श्रेणी कट आफ मार्क सामान्य- 76.33 - 78.67 एससी- 63.33 - 65 एसटी--- बीसी वन- 58.33 -59 बीसी टू- 72.67 जंतु विज्ञान श्रेणी- कट आफ मार्क सामान्य- 75 - 76 एससी- 65.33 - 66.33 एसटी----- बीसी वन-68.67 बीसी टू-70.67 - 71 वनस्पति विज्ञान श्रेणी कट आफ मार्क सामान्य- 61- 67.67 एससी एसटी बीसी वन- 56.33 बीसी टू- 60.33 रसायन विज्ञान श्रेणी - कट आफ मार्क सामान्य- 76.67 - 79 एससी-65.33 - 66.33 एसटी बीसी वन- 64- 65 बीसी टू- 73.33- 73.67(दैनिक जागरण,पटना,21.6.11)

रांची विश्वविद्यालय समाचार

Posted: 21 Jun 2011 06:40 AM PDT

परीक्षा में कंप्यूटर का सहारा लेंगे विकलांग
रांची विश्वविद्यालय की परीक्षाओं में विकलांग (जिन्हें लिखने में कठिनाई होती है) छात्रों को कंप्यूटर उपयोग करने की सुविधा प्रदान की जा सकती है। राज्य नि:शक्तता आयोग ने आरयू प्रशासन को इस संबंध में प्रस्ताव भेजा था, जिसे 18 को होने वाली सिंडिकेट की बैठक में रखा जाएगा। इसके अलावा 18 और एजेंडों पर चर्चा के बाद निर्णय लिया जाएगा।

अल्पसंख्यक कॉलेज का मिलेगा दर्जा: संत जोसेफ कॉलेज, तोरपा को अल्पसंख्यक कॉलेज का दर्जा देने के प्रस्ताव पर चर्चा के बाद निर्णय लिए जाने की संभावना है। इसके बाद स्वीकृति के लिए एचआरडी को प्रस्ताव भेज दिया जाएगा।

एआर की सेवा समाप्त होगी: रांची विश्वविद्यालय के एआर गंगा प्रसाद लियन पर नीलांबर -पीतांबर विवि में चले गए थे। इसके बाद वे नीलांबर -पीतांबर विवि से लियन लेकर कोल्हान विश्वविद्यालय में चले गए। इसलिए रांची विश्वविद्यालय में उनकी सेवा समाप्त करने के प्रस्ताव को सिंडिकेट में रखा जाएगा।

बायोटेक्नोलॉजी के छात्र कर सकते हैं पीएचडी : रांची विश्वविद्यालय में पीजी बॉयोटेक्नोलॉजी विषय के छात्र दो विषयों में पीएचडी कर सकते हैं। आरयू प्रशासन ने बताया कि इस विषय के छात्र रसायन और जंतु विज्ञान से पीएचडी कर सकते हैं। आरयू प्रशासन के निर्णय से असमंजस की स्थिति समाप्त हो गई है।


रिफ्रेशर व ओरिएंटेशन कोर्स की तिथि घोषित: रांची विश्वविद्यालय के एकेडमिक स्टाफ कॉलेज में एक जुलाई को हिंदी और दो जुलाई को एप्लायड सोशल साइंस का रिफ्रेशर कोर्स शुरू हो रहा है। निदेशक डॉ. आर पी पी सिंह ने कहा कि संबंधित विषय के इच्छुक शिक्षक आवेदन दे सकते हैं। विशेष जानकारी कॉलेज के वेबसाइट से प्राप्त कर सकते हैं। 

अनुकंपा पर 12 को नौकरी

रांची विश्वविद्यालय में 12 को तृतीय व चतुर्थ वर्ग में अनुकंपा पर नौकरी दी गई। एएस मेमोरियल कॉलेज में अभिषेक कुमार, केओ कॉलेज गुमला में मोना टोप्पो, पीपीके कॉलेज बुंडू में बिंदेश्वरी कुमार, केसीबी कॉलेज बेड़ो में राकेश रंजन, सिमडेगा कॉलेज में पूर्णिमा देवी, रांची कॉलेज में विजय कमल कुजूर, डोरंडा कॉलेज में मुग्धा, केओ कॉलेज गुमला में परमेश्वर उरांव, राम लखन सिंह यादव कॉलेज में अरुण, रांची विश्वविद्यालय में प्रभा देवी, मो. कैफी की प्रतिनियुक्ति की गई है(दैनिक भास्कर,रांची,21.6.11)।

महाराष्ट्रःपाठ्यक्रम से फोरेंसिक मेडिसिन हटाने पर नोटिस

Posted: 21 Jun 2011 06:19 AM PDT

वैद्यकीय पाठ्यक्रम से फोरेंसिक मेडिसिन विषय हटाने के विरुद्घ दायर जनहित याचिका पर नागपुर हाईकोर्ट ने केंद्र व राज्य सरकार तथा मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया को नोटिस जारी किया है। न्यायाधीश भूषण धर्माधिकारी व पी. डी. कोदे की संयुक्तपीठ ने उक्त नोटिस जारी कर उपरोक्त प्रतिवादियों से याचिका के संबंध में 25 जुलाई तक जवाब मांगा है।

यह जनहित याचिका समाजसेवी अनिल वडपल्लीवार तथा 3 प्रशिक्षु डाक्टरों ने दायर की है। याचिकाकर्ताओं ने देशभर में वैद्यकीय पाठ्यक्रम से फोरेंसिक मेडिसिन विषय को हटाने के मेडिकल काउंसिल के निर्णय को चुनौती दी है।

याचिका के अनुसार इस शैक्षणिक सत्र से मेडिकल काउंसिल स्नातक तक के पाठ्यक्रमों में से फोरेंसिक मेडिसिन विषय हटाने वाली है। इसका विपरीत परिणाम छात्रों पर तो पड़ेगा ही, फौजदारी न्याय प्रकरणों की सुनवाई पर ही असर होगा।

फोरेंसिक मेडिसिन विभाग द्वारा दी गई रिपोर्ट अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। यदि वैद्यकीय पाठ्यक्रम से उक्त विषय हटाया गया तो आपराधिक मामलों के आरोपी अत्यंत सरलता से प्रकरणों से रिहा हो जाएंगे।


वर्ष 2008 की तुलना में वर्ष 2009 में अपराधों की संख्या में 3.76 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की गई थी। प्रति वर्ष अपराधों की संख्या में लगातार बढ़त हो रही है, अत: उक्त विषय को पाठ्यक्रम से नहीं हटाया जाना चाहिए। 

याचिकाकर्ता ने बताया है मेडिकल काउंसिल ने 15 मई 2010 को एक अधिसूचना जारी कर बोर्ड ऑफ गवर्नस का गठन किया था। इस बोर्ड की सिफारिश पर मेडिकल काउंसिल उक्त विषय हटा रही है। 

याचिकाकर्ता ने मेडिकल काउंसिल के उक्त निर्णय को रद्द करने तथा याचिका की सुनवाई पूर्ण होने तक उक्त निर्णय पर रोक लगाने का आग्रह अदालत से किया है(दैनिक भास्कर,नागपुर,21.6.11)।

पटना विविःस्नातक में आवेदन कल तक

Posted: 21 Jun 2011 05:30 AM PDT

पटना विवि के कालेजों में बीए, बीएससी एवं बीकाम में नामांकन के लिए आवेदन करने की समय सीमा खत्म होने में दो दिन शेष रह गये हैं। साइंस कालेज, वाणिज्य महाविद्यालय, मगध महिला कालेज, बीएन कालेज में फार्म जमा करने की आखिरी तिथि 22 जून है। पटना कालेज में 25 जून तक आवेदन किये जा सकते हैं। पटना वीमेंस कालेज में बीएससी, बीकाम एवं बीए में नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो गयी है। मगध विवि के कालेजों में इंटर व स्नातक में नामांकन के लिए आवेदन फार्म की बिक्री जोरों पर है। पटना विवि में इंटर की पढ़ाई नहीं होती है। विवि में स्नातक एवं स्नातकोत्तर की पढ़ाई की व्यवस्था है। साइंस कालेज, वीमेंस कालेज, मगध महिला कालेज, वाणिज्य महाविद्यालय, बीएन कालेज एवं पटना कालेज में स्नातक की पढ़ाई होती है। पटना कालेज में बीए, बीएन कालेज में बीए व बीएससी, मगध महिला कालेज में बीए, बीएससी एवं बीकाम, वीमेंस कालेज में बीए, बीएससी एवं बीकाम, वाणिज्य महाविद्यालय में सिर्फ बीकाम की पढ़ाई होती है। इंटर के बाद अधिकांश छात्र पटना विवि से आगे की शिक्षा हासिल करना चाहते हैं। इसलिए विवि के कालेजों के काउंटरों पर आवेदन लेने की छात्र- छात्राओं की भीड़ उमड़ी रही। पटना विवि में इंटर की पढ़ाई बंद होने के बाद मैट्रिक उत्तीर्ण करने के बाद आगे की शिक्षा राजधानी के कालेज से करने की इच्छा रखने वालों के पास विकल्प कम हो गये। मगध विवि के कालेज ही बच गये। एएन कालेज, कालेज आफ कामर्स, जेडी वीमेंस कालेज, टी पी एस कालेज अरविन्द महिला कालेज, रामकृष्ण द्वारिका कालेज में इंटर एवं स्नातक में नामांकन करने के लिए आवेदन करने की आखिरी तिथि खत्म होने में कुछ दिन ही बचे हैं(दैनिक जागरण,पटना,21.6.11)।

डीयूःकटऑफ का खेल, टॉपर्स भी 'फेल'

Posted: 21 Jun 2011 05:10 AM PDT

डीयू में जारी दाखिले की दौड़ में सामान्य श्रेणी के लिए ओवदन प्रक्रिया के खत्म होने से कटऑफ का खेल इतना पेचीदा हो चला है कि टॉपर्स भी इसमें उलझे नजर आ रहे हैं।

टॉप कॉलेजों में दाखिले के इच्छुक इन टॉपर्स की व्यथा कुछ ऐसी है जैसे कोई दोनों हाथों में दाखिले का लड्डू थामे, सोच रहा है कि कौन-सा खाए और कौन-सा छोड़े। जबकि, सिक्के का दूसरा पहलू यह है कि कॉमर्स स्ट्रीम से पढ़ाई करने के बाद एक अन्य टॉपर के लिए बेस्ट फोर में 95.5 प्रतिशत अंक लाने पर भी इकोनॉमिक्स ऑनर्स में दाखिला मुश्किल हो चला है।

सेंट स्टीफंस कॉलेज में सोमवार से शुरू हुई इंटरव्यू प्रक्रिया में हिस्सा लेने पहुंचे साइंस स्ट्रीम की छात्रा दिव्यानी गुप्ता ने बताया कि उनके बेस्ट फोर 96.75 प्रतिशत हैं और उन्होंने पहले ही एसआरसीसी में इकोनॉमिक्स ऑनर्स में दाखिला ले लिया है।

बावजूद इसके वह स्टीफंस में इंटरव्यू के लिए पहुंची हैं। उन्होंने बताया कि यदि यहां नम्बर आ गया तो सोचना पड़ेगा कि कहां जाएं। इसी तरह, ह्यूमेनिटीज स्ट्रीम में सीबीएसई टॉप करने वाले निखिल पांधी भी स्टीफंस पहुंचे। उन्होंने 12वीं तक इकोनॉमिक्स नहीं पढ़ी है, फिर भी उन्हें इकोनॉमिक्स ऑनर्स में दाखिला चाहिए।

बेस्ट फोर में 97.5 प्रतिशत पाने वाले निखिल ने बताया कि उन्होंने इकोनॉमिक्स ऑनर्स में एसआरसीसी में दाखिला ले लिया है, लेकिन अभी फैसला नहीं किया है कि वह दोनों में से कौन से कॉलेज में दाखिल लें।

साइंस स्ट्रीम से साथ 12वीं करने वाले रचित दुआ ने भी कुछ ऐसी ही तैयारी कर रखी है, लेकिन अपनी मां के साथ स्टीफंस में इंटरव्यू देने पहुंचे रचित अभी भी यह तय नहीं कर पाए हैं कि आखिर कौन-सा कोर्स बेहतर है। रचित का बेस्ट फोर स्कोर 97 प्रतिशत है।


टॉपर्स का एक तबका वह भी है, जो साइंस स्ट्रीम के टॉपर्स के चलते परेशान है। ऐसी ही परेशान छात्रा सुरभि भाटिया ने कॉमर्स स्ट्रीम से 12वीं टॉप किया है और बेस्ट फोर में 95.5 प्रतिशत अंक पाए हैं। इसके बावजूद उनको न तो एसआरसीसी में इकोनॉमिक्स ऑनर्स में दाखिला मिला है और न ही स्टीफंस में। 

सुरभि को दूसरी कटऑफ में राहत की उम्मीद लगाई थी तो पता चला कि एसआरसीसी की दूसरी कटऑफ आ ही नहीं रही है और किरोड़ीमल कॉलेज कॉलेज ने इकोनॉमिक्स ऑनर्स के लिए 95.75 प्रतिशत पर दाखिले करने का फैसला किया है। ऐसे में उनके हाथ आने वाला अगला मौका भी चला गया है, यानि अब तीसरी कटऑफ का इंतजार करना होगा(शैलेन्द्र सिंह,दैनिक भास्कर,दिल्ली,21.6.11)।

छत्तीसगढ़ःपीएमटी गोलमाल की पूरी जानकारी बिलासपुर डीएसपी को थी

Posted: 21 Jun 2011 04:50 AM PDT

तखतपुर में पीएमटी पर्चा लीक होने के इस फर्जीवाड़े की जानकारी बिलासपुर के एक डीएसपी को थी। डीबी स्टार व क्राइम ब्रांच ने तखतपुर में छापामार कार्रवाई कर 72 परीक्षार्थियों को उनके परिजनों के साथ पकड़ा। इसके बाद परीक्षार्थियों को पुलिस लाइन स्थित बिलासा गुड़ी भवन में ठहराया गया।

जहां सभी के बयान लिए जा रहे थे, इसी दौरान एक डीएसपी वहां पहुंचे और दो रिश्तेदार परीक्षार्थियों (युवतियों) को साथ ले गए। इससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि डीएसपी को तखतपुर में डॉ. संतोष उर्फ संजय द्वारा चलाए जा रहे इस रैकेट की जानकारी थी।

18 जून की रात तखतपुर में जिन परीक्षार्थियों को पकड़ा गया था, उनमें से अधिकतर रसूखदार परिवारों के थे। किसी के परिजन डॉक्टर, इंजीनियर, बिजनेसमैन व अन्य वर्ग से थे। पीएमटी पर्चे के लिए 10 लाख रुपए देना किसी मध्यमवर्गीय परिवार के वश की बात नहीं है।

डीबी स्टार टीम की पड़ताल में सामने आया कि जिन दो युवतियों को डीएसपी अपने साथ ले गए वे उनकी भांजियां हैं। उन्होंने पुलिस वालों से बात कर रिश्तेदार बताकर घर ले गए। बताया जा रहा है कि दोनों युवतियों के बयान नहीं लेने के साथ उनके नाम भी पकड़े गए परीक्षार्थियों की सूची में नहीं हैं।


वहीं अन्य पुलिसकर्मियों से पूछताछ में पता चला कि रैकेट द्वारा बिलासपुर डीएसपी की रिश्तेदार दोनों युवतियों को दोपहर में तखतपुर ले जाया गया था। रात 11.क्क् बजे छापा मारने में परीक्षार्थियों व उनके परिजनों को पकड़ने के बाद देर रात लगभग 2.क्क् बजे बिलासा गुड़ी लाया गया। इसके बाद जब पूछताछ चल रही थी तो डीएसपी मौके पर पहुंचे और अपने रिश्तेदारों को वहां ले गए।

आरोपियों को भगाने में हाथ तो नहीं?

इस खुलासे के बाद इस आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता कि बिलासपुर डीएसपी को पीएमटी पर्चा लीक होने की जानकारी थी। इसी के चलते शायद पुलिस के तखतपुर पहुंचने के पहले मुख्य सरगना संतोष उर्फ संजय व उसके साथी भाग गए।

"इस मामले की जानकारी मुझे अभी नहीं है। जहां तक एक डीएसपी द्वारा तखतपुर से पकड़े गए परीक्षार्थियों में से आपने दो रिश्तेदारों को बिना गवाही निकाल कर ले जाने की बात है तो मैं संबंधित अफसर और मौके पर उपस्थित क्राइम ब्रांच के अधिकारियों से पूछताछ करूंगा।"

अजय यादव, एसपी, बिलासपुर(दैनिक भास्कर,रायपुर,21.6.11)
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Palash Biswas
Pl Read:
http://nandigramunited-banga.blogspot.com/

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मैं नास्तिक क्यों हूं# Necessity of Atheism#!Genetics Bharat Teertha

হে মোর চিত্ত, Prey for Humanity!

मनुस्मृति नस्ली राजकाज राजनीति में OBC Trump Card और जयभीम कामरेड

Gorkhaland again?আত্মঘাতী বাঙালি আবার বিভাজন বিপর্যয়ের মুখোমুখি!

हिंदुत्व की राजनीति का मुकाबला हिंदुत्व की राजनीति से नहीं किया जा सकता।

In conversation with Palash Biswas

Palash Biswas On Unique Identity No1.mpg

Save the Universities!

RSS might replace Gandhi with Ambedkar on currency notes!

जैसे जर्मनी में सिर्फ हिटलर को बोलने की आजादी थी,आज सिर्फ मंकी बातों की आजादी है।

#BEEFGATEঅন্ধকার বৃত্তান্তঃ হত্যার রাজনীতি

अलविदा पत्रकारिता,अब कोई प्रतिक्रिया नहीं! पलाश विश्वास

ভালোবাসার মুখ,প্রতিবাদের মুখ মন্দাক্রান্তার পাশে আছি,যে মেয়েটি আজও লিখতে পারছেঃ আমাক ধর্ষণ করবে?

Palash Biswas on BAMCEF UNIFICATION!

THE HIMALAYAN TALK: PALASH BISWAS ON NEPALI SENTIMENT, GORKHALAND, KUMAON AND GARHWAL ETC.and BAMCEF UNIFICATION! Published on Mar 19, 2013 The Himalayan Voice Cambridge, Massachusetts United States of America

BAMCEF UNIFICATION CONFERENCE 7

Published on 10 Mar 2013 ALL INDIA BAMCEF UNIFICATION CONFERENCE HELD AT Dr.B. R. AMBEDKAR BHAVAN,DADAR,MUMBAI ON 2ND AND 3RD MARCH 2013. Mr.PALASH BISWAS (JOURNALIST -KOLKATA) DELIVERING HER SPEECH. http://www.youtube.com/watch?v=oLL-n6MrcoM http://youtu.be/oLL-n6MrcoM

Imminent Massive earthquake in the Himalayas

Palash Biswas on Citizenship Amendment Act

Mr. PALASH BISWAS DELIVERING SPEECH AT BAMCEF PROGRAM AT NAGPUR ON 17 & 18 SEPTEMBER 2003 Sub:- CITIZENSHIP AMENDMENT ACT 2003 http://youtu.be/zGDfsLzxTXo

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