Welcome

Website counter
website hit counter
website hit counters

Monday, June 6, 2011

Fwd: भाषा,शिक्षा और रोज़गार



---------- Forwarded message ----------
From: भाषा,शिक्षा और रोज़गार <eduployment@gmail.com>
Date: 2011/6/6
Subject: भाषा,शिक्षा और रोज़गार
To: palashbiswaskl@gmail.com


भाषा,शिक्षा और रोज़गार


डीयूःमम्मी-पापा हटाएंगे गणित का हौआ

Posted: 05 Jun 2011 11:29 AM PDT

अमूमन कई अभिभावक इस बात को लेकर परेशान रहते हैं कि उनके बच्चों को गणित का डर सताता है तो साइंस की रिएक्शन से कतराते हैं। पर डीयू ने अभिभावकों की इस समस्या का हल तलाश लिया है। विवि अब अभिभावकों को इस बात के गुर सिखाएगा कि कैसे बच्चों के दिल से गणित का खौफ हटाया जाए और कैसे उनके लिए ये आसान बनाई जाए।

दिल्ली विश्वविद्यालय का एडल्ट, कांटीनुइंग एंड एक्सटेंशन विभाग अभिभावकों के लिए तीन माह के ऐसे कोर्स की शुरुआत करने जा रहा है जिसमें वह उन्हें नवीं और दसवीं कक्षा की गणित के बुनियादी फॉमरूलों के बारे में जानकारी देंगे, बच्चों को उन्हें कैसे समझाया जाए, किस तरह उनके दिल से गणित का डर हटाया जाए आदि के बारे में जानकारी दी जाएगी।

विभाग के प्रमुख डा. जयप्रकाश दुबे ने बताया कि इस कोर्स को करने के बाद अभिभावक अपने बच्चों की पढ़ाई में मदद कर सकते हैं और उनकी प्रगति पर नजर रख सकते हैं। देखने में आता है कि मां-बाप अकसर इस बात की शिकायत करते हैं कि उनका बच्चा गणित से कतराता है ऐसे में बच्चों को गणित से जोड़ने की ये बेहतर मुहिम है। दुबे ने कहा कि कोर्स हर आयुवर्ग के लोगों के लिए है। इसका उद्देश्य विश्वविद्यालय और कॉलेजों को समाज से जुड़ी रचनात्मक गतिविधियों से जोड़ना है।

साथ ही यह किन्हीं कारणों से पढ़ाई से छोड़ चुके लोगों को वापस कैंपस से जोड़ने की मुहिम भी है। इस कोर्स के लिए फार्म मिलने शुरू हो चुके हैं। उन्होंने बताया कि इस कोर्स को 1995-96 में शुरू किया गया था लेकिन बीच में ये कोर्स बंद हो गया था। अब इस कोर्स को दोबारा रिवाइज करके शुरू किया गया है। इस कोर्स में सीटों की संख्या तीस है और इस कोर्स के लिए 2200 रुपए फीस अदा करनी होगी। डा. दुबे का कहना है कि इस विभाग के किसी कोर्स में दाखिला कटऑफ के आधार पर नहीं होता है(आशीष मिश्र,हिंदुस्तान,दिल्ली,5.6.11)।

लखनऊ विविःपीएचडी प्रवेश परीक्षा दस को,बीसीए परीक्षा की तिथियों में फेरबदल की मांग

Posted: 05 Jun 2011 11:15 AM PDT

लखनऊ विश्वविद्यालय में पीएचडी में प्रवेश के लिए जेआरएफ के बीच प्रवेश परीक्षा 10 जून को होगी। परीक्षा सात विषयों में होनी है। इन विषयों में पीएचडी सीटों से अधिक आवेदन प्राप्त हुए हैं। प्रवेश के समन्वयक प्रो.पद्मकान्त ने बताया कि अभ्यर्थियों को सुबह 10:30 बजे बुलाया गया है। परीक्षा 11 बजे से 12:30 बजे तक होगी। परीक्षा का परिणाम 11 जून की शाम तक जारी कर दिया जाएगा। लखनऊ विवि में 57 विषयों में पीएचडी में प्रवेश की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। पीएचडी के लिए जेआरएफ को वरीयता दी जा रही है। सात विषयों में जेआरएफ के सीटों से अधिक आवेदन आने के कारण इनमें दाखिले के लिए प्रवेश परीक्षा कराई जाएगी। ये सात विषय बायोकेमिस्ट्री, लोक प्रशासन, बिजनेस मैनेजमेंट, राजनीति विज्ञान, समाजशास्त्र, लाइब्रेरी साइंस और पत्रकारिता हैं। इनमें 92 आवेदन आए हैं। प्रो.पद्मकान्तने बताया कि अभ्यर्थियों को ओएमआर शीट की कार्बन कॉपी भी दी जाएगी। लविवि में 50 ऐसे विषय हैं जिनमें जेआरएफ ने सीटों से कम आवेदन किए हैं। इन विषयों में सीटें शेष हैं और ये गैर जेआरएफ विद्यार्थियों से भरी जाएंगी। इन विषयों में दाखिले के लिए प्रवेश परीक्षा होगी। प्रवेश प्रक्रिया जुलाई के प्रथम सप्ताह में शुरू की जाएगी। 

परीक्षा तिथि बदलने की मांग 
लखनऊ विश्र्वविद्यालय से संबद्ध कई महाविद्यालयों ने बीसीए परीक्षा की तिथियों में फेरबदल करने का अनुरोध किया है। एक ही तिथि पर अन्य विश्र्वविद्यालयों की प्रवेश परीक्षा और प्रवेश काउंसिलिंग होने के चलते विद्यार्थियों के सामने संकट खड़ा हो गया है। इसके संबंध में शनिवार को कई कॉलेजों के प्राचार्य कुलपति प्रो. मनोज कुमार मिश्र से मिलने पहुंचे लेकिन किसी अधिकारी से मुलाकात नहीं हो सकी। कॉलेजों के प्राचार्य विद्यार्थियों के साथ सोमवार को एक बार फिर लविवि पहुंचेगे। बीसीए अंतिम वर्ष के विद्यार्थियों की जावा विषय की परीक्षा 18 को है। इसी तारीख पर उत्तरांचल विवि में एमसीए प्रवेश परीक्षा है। यही नहीं एसआरएम विवि, चेन्नई की काउंसिलिंग भी इसी दिन है। इस कारण शेरवुड कॉलेज ऑफ प्रोफेशनल एंड मैनेजमेंट, सहारा आर्टस एंड मैनेजमेंट एकेडमी और मॉडर्न ग‌र्ल्स कॉलेज समेत कई अन्य महाविद्यालयों के लगभग पचास विद्यार्थियों के सामने संकट खड़ा हो गया है। विद्यार्थियों ने परीक्षा नियंत्रक प्रो. यशवीर त्यागी से परीक्षा तिथि बदलने की मांग की लेकिन उन्होंने अपनी असमर्थता जता दी(दैनिक जागरण,लखनऊ,5.6.11)।

यूपीःपॉलीटेक्निक परीक्षा 13 से

Posted: 05 Jun 2011 11:00 AM PDT

पॉलीटेक्निक की मल्टी प्वाइंट इंट्री एंड क्रेडिट सिस्टम के तहत होने वाली परीक्षाएं 13 जून से शुरू होंगी। प्राविधिक शिक्षा परिषद सचिव सुरेंद्र प्रसाद ने बताया कि इस सिस्टम के तहत वर्ष में दो बार परीक्षा होती है। दिसंबर व जून में होने वाली परीक्षा 13 जून से होगी। यह प्रणाली राजधानी के राजकीय महिला पॉलीटेक्निक के अलावा कानपुर स्थित राजकीय पॉलीटेक्निक और डॉ. अंबेडकर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी फॉर हैंडीकैप्ड और नार्दन रीजनल इंस्टीट्यूट ऑफ प्रिटिंग टेक्नोलॉजी इलाहाबाद में लागू है। सिस्टम के तहत प्रयोगात्मक परीक्षाएं परीक्षकों की सहमति के अनुसार होंगी(दैनिक जागरण,लखनऊ,5.6.11)।

पटनाःसीआइएमपी में स्टूडेंट्स गाइडेंस सेंटर का नया बैच

Posted: 05 Jun 2011 10:45 AM PDT

चन्द्रगुप्त प्रबंध संस्थान, पटना (सीआइएमपी) में शनिवार को स्टूडेंट्स गाइडेंस सेंटर (एसजीसी) का नया बैच शुरू हुआ। यह तीसरा बैच है। सेंटर में अनुसूचित जाति, जनजाति एवं अन्य पिछड़ा वर्ग के छात्र- छात्राओं को आइआइएम तथा अन्य उत्कृष्ट संस्थानों में नामांकन के लिए कैट एवं जीएमएटी की लिखित एवं मौखिक परीक्षा की तैयारी करायी जाती है। सेंटर का संचालन संस्थान के निदेशक डा. बी मुकुंद दास की देखरेख ने किया जा रहा है। सेंटर में छात्र- छात्राओं को आनलाइन, आफलाइन टेस्ट, 24 घंटे कंप्यूटर लैब, लाइबे्ररी, हिन्दी व अंगे्रजी अखबार, प्रबंध संबंधी पत्रिकाएं, करियर काउंसिलिंग, आल रैंकिंग टेस्ट आदि निशुल्क सुविधा उपलब्ध करायी जाती है। कैट- 2011 के लिए सेंटर के नये बैच का चयन कर लिया गया है। इस बैच में अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति वर्ग के विद्यार्थियों पर विशेष ध्यान दिया गया है। नये बैच में 65 फीसदी से अधिक विद्यार्थी इस वर्ग से हैं। सेंटर के कार्डिनेटर विष्णु शंकर ने बताया कि कल्याण विभाग एवं सीआइएमपी के सहयोग से चलायी जा रही योजना का उद्देश्य समाज को शिक्षित करना है। अगले दो साल में सेंटर राष्ट्रीयस्तर पर नयी पहचान बनायेगा। उन्होंने बताया कि पिछले साल की कैट परीक्षा में सेंटर के कई विद्यार्थी आइआइएम जैसी देश की विशिष्ट प्रबंध संस्थानों में दाखिला पाने में सफल रहें(दैनिक जागरण,पटना,5.6.11)।

डीयू का मोतीलाल नेहरू कॉलेज (सांध्य)

Posted: 05 Jun 2011 10:30 AM PDT

मोतलाल नेहरू कॉलेज(सांध्य),दिल्ली विश्वविद्यालय साउथ कैंपस के मशहूर कॉलेजों में से एक है। कॉलेज की स्थापना 1965 में की गई थी। मोतीलाल नेहरू (सांध्य) कॉलेज अपने शैक्षणिक माहौल के साथ-साथ खेल के लिए भी लोकप्रिय है। कॉलेज बीए और बीकॉम की पढ़ाई के लिए छात्रों को आकर्षित करता है। फुटबॉल, घुड़सवारी, बॉक्सिंग आदि जैसे अनेक खेलों में अच्छा प्रदर्शन करने के लिए इस छात्रों के नजरों का केंद्र रहा है। इतना ही नहीं यहां के छात्र विश्वविद्यालय चैंपियन भी रहे हैं।
उपलब्धियां: कुश्ती में अशोक पहलवान और श्याम सिंह, फुटबॉल में अंकित शर्मा यहां के छात्र रहे हैं।
खास: कॉलेज लाइब्रेरी की सुविधा है। यहां ओपेन सेल्फ सिस्टम है(हिंदुस्तान,दिल्ली,4.6.11)।

दिल्लीःबेहतर परिणाम देने में डीएवी भी आगे

Posted: 05 Jun 2011 10:15 AM PDT

बेहतर परिणाम देने में डीएवी स्कूल भी आगे रहा। पिछले कई साल से यहां के बच्चों सफलता के शीर्ष पर पहुंच रहे हैं। पिछले कई साल से डीएवी के 90 फीसदी छात्र सफल हुए हैं। इस साल भी दसवी के बेहतर रिजल्ट देने वाले कई स्कूलों में डीएवी भी शामिल हुआ है। जहां एसएलएस डीएवी पब्लिक स्कूल मौसम विहार विज्ञान विषय में टॉपर को 97.75 और डीएवी पब्लिक स्कूल, गुड़गांव में कॉमर्स विषय में टॉपर को 97.6 प्रतिशत अंक प्राप्त हुए हैं। वहीं डीएवी श्रेष्ठ विहार में विज्ञान में 97और हंसराज पब्लिक स्कूल, पंजाबी बाग कॉमर्स में टॉपर को 97 फीसदी अंक प्राप्त कर छात्र कृर्तिमान हासिल किए हैं। डीएवी प्रशासन का कहना है कि स्कूल अपनी परंपरा के मुताबिक हमेशा बेहतर परिणाम देने की कोशिश करता है। बच्चों के विकास के लिए शिक्षक संकल्प के साथ शिक्षा देने का काम करते हैं(हिंदुस्तान,दिल्ली,5.6.11)।

विज्ञान और भूगोल के लिए लोकप्रिय है डीयू का स्वामी श्रद्धानंद कॉलेज

Posted: 05 Jun 2011 10:00 AM PDT

राष्ट्रीय राजमार्ग एक पर स्थित स्वामी श्रद्धानंद कॉलेज विज्ञान और भूगोल की पढ़ाई के लिए छात्रों के बीच खासा लोकप्रिय है। कॉलेज में अंग्रेजी ऑनर्स कोर्स भी है, जिसमें दाखिला कैट परीक्षा के माध्यम से मिलता है। कॉलेज में ओपन थियेटर का उद्घाटन हाल ही में हुआ है, जिसकी क्षमता चार हजार छात्रों तक है। कॉलेज कैंपस में छात्र और छात्राओं के छात्रावास, छह साइंस प्रयोगशालाओं और एक छह मंजिला एकेडमिक ब्लॉक व 40 कक्षाओं के निर्माण की योजना है। निर्माण कार्य के लिए प्रस्तावित नक्शा टाउन प्लानिंग के पास भेजा गया है। कॉलेज खेलकूद गतिविधियों में भी आगे रहता है। दिल्ली और इससे सटे राज्यों से विभिन्न क्रिकेट क्लब यहां आयोजित टूर्नामेंट में हिस्सा लेते हैं। यहां का क्रिकेट ग्राउंड कोटला मैदान की तर्ज पर बनाया गया है। जहांगीरपुरी मेट्रो स्टेशन से कॉलेज पहंुचने में 10 से 15 मिनट का समय लगता है(दैनिक जागरण,दिल्ली,5.6.11)।

राजस्थानःशिक्षकों को भरना होगा संकल्प-पत्र

Posted: 05 Jun 2011 09:45 AM PDT

शिक्षकों को सामाजिक सरोकारों और जन कल्याणकारी योजनाओं से जोड़ने के लिए उनसे संकल्प पत्र भरवाए जाएंगे। इसके लिए शिक्षक कांग्रेस ने कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार की है, जिस पर अंतिम निर्णय शनिवार को हुई पदाधिकारियों की बैठक में लिया गया। शिक्षक कांग्रेस के महामंत्री महेश सिंह तंवर की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में संगठन के सभी पदाधिकारियों को शिक्षकों से संकल्प पत्र भरवाने के निर्देश दिए गए। 
यह होगा संकल्प पत्र में : शिक्षकों से भरवाए जाने वाले संकल्प पत्र में प्रमुख रूप से शिक्षा का अधिकार लागू करवाना, ड्रापआउट बच्चों का पुन: नामांकन करवाना, बाल अधिकारों की रक्षा करना, कन्या भ्रूण हत्या को रोकने के लिए संघर्ष, शिक्षा में गुणवत्ता सुधार, हर व्यक्ति को साक्षर करने तथा ग्रामीण विकास को बढ़ावा देना आदि शामिल है(राजस्थान पत्रिका,बीकानेर,5.6.11)।

राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालयःविद्यार्थियों के हक की राह में अंकतालिका का रोडा

Posted: 05 Jun 2011 09:30 AM PDT

राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय का परीक्षा विभाग पटरी पर नहीं आ पा रहा है। परीक्षा आयोजित तो हो जाती है, लेकिन परिणामों में देरी जारी है, परिणाम आ जाएं तो अंकतालिकाओं को लेकर विद्यार्थियों की परेशानी बनी रहती है। इस लेटलतीफी की सजा इन दिनों बीटेक द्वितीय सेमेस्टर के विद्यार्थियों को मिल रही है। विश्वविद्यालय ने बीटेक द्वितीय सेमेस्टर का परिणाम 7 अप्रेल को जारी किया था, लेकिन दो महीने बाद भी अंकतालिकाएं तैयार नहीं हो पाई हैं।
अंकतालिकाएं नहीं आने के कारण विद्यार्थी केन्द्र सरकार द्वारा दी जाने वाली केन्द्रीय छात्रवृत्ति योजना के लिए आवेदन नहीं कर पा रहे हैं। परिणाम में देरी के चलते छात्रवृत्ति की राह बाधक होती जा रही है। नए विद्यार्थियों के लिए आवेदन करने की अंतिम तिथि 30 अक्टूबर थी, लेकिन गत वर्ष छात्रवृत्ति ले चुके विद्यार्थियों के आवेदन में अंकतालिकाएं नहीं आने के कारण कुछ छूट दी गई है।
माशिबो के 3978 विद्यार्थी

मानव संसाधन विकास मंत्रालय उच्च शिक्षा विभाग भारत सरकार द्वारा महाविद्यालयों एवं विश्वविद्यालयों के विद्यार्थियों के लिए 'सेन्ट्रल सेक्टर स्कीम ऑफ स्कॉलरशिप फॉर कॉलेज एण्ड यूनिवर्सिटी स्टूडेंट्स (केन्द्रीय छात्रवृत्ति योजना)' योजना सत्र 2009-10 से लागू की गई है, जिसमें माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान के कोटे में 3978 छात्रवृत्तियां देनी है। योजना के तहत स्नातक स्तरीय पाठ्यक्रम के लिए एक हजार रूपए महीना तथा स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम के लिए 2 हजार रूपए महीना छात्रवृत्ति दी जा रही है। छात्रवृत्ति 10 माह के लिए देय होती है।
छात्रवृत्ति उच्च माध्यमिक परीक्षा के परिणामों के आधार पर दी जाती है, परीक्षा में न्यूनतम 80 प्रतिशत अंक प्राप्त करना जरूरी है। छात्रवृत्ति छात्र-छात्राओं में समान रूप से वितरित की जाएगी। विज्ञान, वाणिज्य एवं कला वर्ग में वितरण का अनुपात 3:2:1 रखा गया है। 
इतने विद्यार्थी : विश्वविद्यालय द्वारा जारी परिणामों में मुख्य परीक्षा में 29954 में से 12196 उत्तीर्ण हुए, 3811 का परिणाम आरएल (परिणाम बाद में) श्रेणी में रहा था। बैक परीक्षा में 15345 विद्यार्थियों में से 3583 उत्तीर्ण हुए, 1487 का परिणाम आरएल श्रेणी में रखा गया।

10-15 दिन लगेंगे 
अंकतालिकाएं बनाने का काम अभी भी पुरानी एजेंसी के पास ही है, इस कारण इसमें देरी हो रही है। अभी भी 10-15 दिन लग सकते हैं। कोशिश कर रहे हैं, जल्द ही अंकतालिकाएं आ जाएं और कॉलेजों को जारी कर दें। प्रो. अनिल माथुर, परीक्षा नियंत्रक, आरटीयू
(प्रमोद मेवाडा,राजस्थान पत्रिका,कोटा,5.6.11)

अजमेरःविधि द्वितीय वर्ष में प्रवेश 8 से

Posted: 05 Jun 2011 09:15 AM PDT

राजकीय विधि महाविद्यालय में एलएलबी और एलएलएम पाठ्यक्रमों की प्रवेश प्रक्रिया 8 जून से प्रारंभ होगी। प्राचार्य डॉ.आर.एस.अग्रवाल के अनुसार एलएलबी द्वितीय, तृतीय वर्ष और एलएलएम पार्ट द्वितीय में प्रवेश के इच्छुक विद्यार्थी 8 से 29 जून तक आवेदन पत्र (अंडर टेकिंग प्रपत्र) प्राप्त कर फीस जमा करा सकेंगे।

इनमें सत्र 2010-11 में परीक्षा में शामिल और उत्तीर्ण हुए विद्यार्थी शामिल होंगे। प्रथम वर्ष विधि में प्रवेश पर फैसला नहीं हो पाया है। निदेशालय ने बीसीआई की मान्यता के बगैर दाखिले नहीं करने के निर्देश दिए हैं।
मालूम हो कि वर्ष 05 में खुले विधि महाविद्यालय को बार कौंसिल ऑफ इंडिया से मान्यता नहीं मिल पाई है। कौंसिल की टीम तीन बार दौरा कर चुकी है। इसके बावजूद मामला अधर में है(राजस्थान पत्रिका,अजमेर,5.6.11)। 

दिल्ली में स्कूलों में 11वीं में दाखिले की सरगर्मी

Posted: 05 Jun 2011 09:00 AM PDT

दसवीं के नतीजे घोषित होने के साथ ही राजधानी के निजी स्कूलों में 11वीं में दाखिले शुरू हो गए हैं। हर स्कूल ने हिसाब से दाखिले की व्यवस्था बनाई है। कोई स्कूल दसवीं के बजाए नौंवी की उपलब्धियों को आधार बना रहा है तो कोई एप्टीट्यूड टेस्ट को। कई स्कूल ऐसे भी हैं जो ग्रेडिंग के सीजीपीए (कमुलेटिव ग्रेडिंग प्वाइंट असेसमेंट) को ही अंतिम आधार बना कर दाखिला दे रहे हैं। स्पि्रंगडेल्स पब्लिक स्कूल की प्रिंसिपल अमिता मूला बट्टल ने बताया कि उनके स्कूल में 10वीं के बजाए 9वीं कक्षा की उपलब्धियों को 11वीं में दाखिले का आधार बनाया गया है। 9वीं कक्षा के मूल्यांकन को देखकर ही बच्चों के लिए स्ट्रीम का निर्धारण कर दिया गया है। हालांकि कॉमर्स को लेकर कुछ मारामारी है, जिसमें कुछ बदलाव किए जाने पर विचार चल रहा है। वहीं डीएवी पब्लिक स्कूल, दरियागंज के प्रिंसिपल रमाकांत तिवारी ने बताया कि स्ट्रीम के चयन के लिए 10 जून को 11वीं में दाखिले के लिए एप्टीट्यूड टेस्ट होगा। उसके बाद बच्चों के रुझान को देख साइंस, कॉमर्स और अन्य विषय दिए जाएंगे। डीएवी पब्लिक स्कूल, मौसम विहार की प्रिंसिपल वंदना कपूर के अनुसार दसवीं में आए सीजीपीए के अंक को ही 11वीं में दाखिले का आधार बनाया गया है। उन्होंने कहा कि 8.5 सीजीपीए लाने वाले छात्रों को साइंस स्ट्रीम, 7.5 सीजीपीए लाने वाले को कॉमर्स और 6.5 सीजीपीए लाने वाले छात्रों को आइटी में दाखिले दिए जाएंगे। दिल्ली पब्लिक स्कूल एसोसिएशन के आरसी जैन ने कहा कि भले ही अलग-अलग स्कूलों में 11वीं में दाखिले के लिए अलग-अलग आधार हो, लेकिन छात्रों को अपने विवेक से विषयों का चुनाव करना चाहिए। वे किसी के भी दबाव में आकर स्ट्रीम का चयन न करें(दैनिक जागरण,दिल्ली,5.6.11)।

चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालयःप्रवेश प्रक्रिया शुरू

Posted: 05 Jun 2011 08:45 AM PDT

अमर उजाला में समाचार प्रकाशित होने के बाद चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. एके बख्शी को छात्रों की याद आखिर आ ही गई। वीसी ने तुरंत एडमिशन प्रक्रिया शुरू कराने और शैक्षिक कलेंडर बनाए जाने के साथ ही सप्ताह भर के भीतर कमेटी की मीटिंग बुलाने का निर्णय लिया है। 21 जून से पहले ही सभी कालेजों में एडमिशन के लिए आनलाइन रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।
चौधरी चरण सिंह विवि से संबद्ध सभी कालेजों में दस जून के बाद एडमिशन को आनलाइन रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। प्रेस प्रवक्ता एससी पिपलानी ने बताया कि कुलपति प्रो. एके बख्शी ने एक सप्ताह के भीतर कमेटी की मीटिंग बुला ली है। प्रस्ताव पारित करने केे बाद सभी कालेजों को इस बारे में निर्देश दिए जाएंगे। पिछली बार 21 जून से कालेजों में रजिस्ट्रेशन शुरू हुए थे, लेकिन इस बार पहले ही रजिस्ट्रेशन शुरू हो जाएं, इसके लिए सभी प्राचार्यों को भी मीटिंग का लैटर भेजा जा रहा है। हालांकि कुलपति विवि में अपने कार्यालय में नहीं बैठे।
वेबसाइट पर रहेगा पूरा ब्यौरा

कुलपति की तरफ से साफ कर दिया गया है कि एडमिशन आनलाइन ही होंगे। इसके अलावा किस कालेज में कितनी सीटें हैं, इसका पूरा ब्यौरा भी विवि की तरफ से वेबसाइट पर दिया जाएगा।
रिजल्ट सेल बनाया
कुलपति की तरफ से जल्दी रिजल्ट जारी करने के लिए भी रिजल्ट सेल गठित कर दिया गया है। इसके अलावा मूल्यांकन कार्य में तेजी के लिए भी रजिस्ट्रार और डिप्टी रजिस्ट्रार को रोजाना मानीटरिंग करने को कहा है। दोनों अधिकारी मूल्यांकन स्थलों का रोजाना दौरा करेंगे।
(अमर उजाला,मेरठ,5.6.11)।

एचएनबी गढ़वाल विवि की बीबीए की परीक्षा कल से

Posted: 05 Jun 2011 08:30 AM PDT

एचएनबी गढ़वाल विवि से संबद्ध आईएमएस रुड़की में बीबीए चतुर्थ सेमेस्टर की पर्यावरण एवं बीसीए तृतीय वर्ष की परीक्षा तिथि घोषित कर दी गयी हैं। संस्थान के महानिदेशक डा. रकम सिंह ने बताया कि पर्यावरण विज्ञान की परीक्षा छह जून व बीसीए तृतीय वर्ष की परीक्षा सात जून से शुरू हो रही हैं। उन्होंने बताया कि छात्र प्रवेश्‍ा पत्र कार्यालय से ले सकते हैं।
सीबीएसई 10वीं की परीक्षा में देहात के छात्रों का प्रदर्शन
लंढौरा। हिमगिरी एडवांस स्टडीज एंड स्पोर्ट्स स्कूल का सीबीएसई 10वीं का परीक्षा फल शतप्रतिशत रहा है। विद्यालय के अक्षय कुमार जैन, प्रिंस लौहान, ताहुरा मलिक ने 9.4 सीजीपीए हासिल किया है। प्राचार्य आरके शर्मा ने बताया कि 18 छात्रों ने 8.5 सीजीपीए, नौ छात्रों ने 7.5 सीजीपीए, दो छात्रों ने 6.8 सीजीपीए हासिल किया है। संस्थान अध्यक्षा कुलदीप कौशिक ने छात्रों की कामयाबी का श्रेय शिक्षकों को दिया है(अमर उजाला,5.6.11)।

गोरखपुर विश्वविद्यालयःपरीक्षा फार्म के साथ लगेगी डिग्री फीस

Posted: 05 Jun 2011 09:45 AM PDT

गोरखपुर विश्वविद्यालय से संबद्ध कालेजों के छात्र-छात्राओं को अब उपाधि के लिए॒ विवि॒ का चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा। परीक्षा फार्म के साथ उपाधि शुल्क जमा करने के बाद अब उन्हें अपने कालेज से ही डिग्री मिल जाएगी। यह निर्णय शनिवार को वित्तसमिति॒की बैठक में लिया गया। इसके साथ ही साइकिल स्टैंड का किराया ५० से बढ़ाकर १०० कर दिया। अन्य कई मामलों पर वित्त समिति ने अपनी मुहर लगाई ।

विश्वविद्यालय में वित्त समिति की आकस्मिक बैठक कुलपति ने शनिवार को बुलाई थी। सुबह ११ बजे से शुरू होकर एक घंटे तक चली बैठक में चार से अधिक बिंदुओं पर चर्चा की गई। कुलपति की अध्यक्षता वाली समिति में सदस्यों ने साइकिल स्टैंड शुल्क में दोगुनी वृद्धि की गई है। वित्त अधिकारी॒ रामचरन लाल ने बताया कि इसमें संस्थागत छात्रों से ५० की जगह १०० रुपये लिया जाएगा। इसके साथ ही व्यक्तिगत छात्रों से भी पचास रुपये साइकिल शुल्क लगेगा। विवि॒ एवं संबद्ध कालेजों में उपाधि शुल्क ३०० रुपये यूजी॒ और पीजी॒ के अंतिम वर्ष॒के छात्रों से परीक्षा शुल्क के साथ ही जमा किया जाएगा। इसके साथ ही प्रौढ़ सतत एवं प्रसार शिक्षा विभाग के अध्यक्ष प्रो. पीसी शुक्ला के उस पत्र पर विचार किया गया जिसमें कर्मचारियों के मानदेय वृद्धि की बात कही गई थी। वरिष्ठ तकनीकी विशेषज्ञों॒ को पांच की जगह आठ हजार, कनिष्ठ॒ तकनीकी विशेषज्ञ॒ को तीन से पांच हजार और लैब बियरर को ढाई से तीन हजार मानदेय दिया जाएगा। बैठक में राजेश्वर पांडेय विधि सलाहकार के मानदेय भुगतान संबंधी आवेदन पत्र पर विचार किया गया। बैठक में अध्यक्ष की अनुमति से परीक्षा में नोडल केंद्रों पर अधिकारियों, सह नोडल॒ अधिकारियों के साथ कर्मचारियों के पारिश्रमिक पर चर्चा की गई। 


वित्त समिति में हुए॒ ये निर्णय
०परीक्षा कार्य में लगे कर्मचारियों में तृतीय श्रेणी को ७० और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को ४०रुपये प्रति पाली दिया जाएगा।
०अधिकतम २५ हजार रुपये पारिश्रमिक दिया जाएगा(अमर उजाला,गोरखपुर,5.6.11)।

लखनऊ विश्वविद्यालय में किताब पढ़ाकर खिलाड़ी बनाने की कवायद!

Posted: 05 Jun 2011 08:00 AM PDT

लखनऊ विश्वविद्यालय किताब पढ़ाकर ही कॉलेजों में खिलाड़ी पैदा करने की राह पर है। शासन ने कॉलेजों में शारीरिक शिक्षा को अनिवार्य विषय के रूप में लागू करने का आदेश छह साल पहले दिया था, लेकिन पाठ्यक्रम के अभाव में अभी तक लागू नहीं हो सका है। इस सत्र में विश्वविद्यालय ने शारीरिक शिक्षा का पाठ्यक्रम तैयार भी किया तो वह स्नातक के एक वैकल्पिक विषय के रूप लागू किया जा रहा है। जबकि कॉलेजों में चयनित खेलों के आधार पर उसका पाठ्यक्रम तैयार किया जाना था। ऐसे में सत्र २०११-१२ में भी अनिवार्य रूप से कॉलेजों में यह विषय शुरू होना मुश्किल ही लग रहा है।शासन ने यह महसूस किया था कि प्रदेश राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेल प्रतिस्पर्द्घाओं में बेहतर आनुपातिक भागीदारी नहीं कर पा रहा है। साथ ही युवा कॉलेजों में सिर्फ किताबों तक ही सीमित है ऐसे में उनके व्यक्तित्व एवं प्रतिभा का एक महत्वपूर्ण पक्ष जो किताबों से बाहर का है वह विकसित नहीं हो पा रहा है। इसलिए वर्ष २००४ में शासन ने कॉलेजों में अनिवार्य रूप से शारीरिक शिक्षा को लागू करने का फैसला किया। विश्वविद्यालयों को पाठ्यक्रम तैयार करने को कहा गया। दूसरी ओर शासन ने शिक्षकों की नियुक्ति भी कर दी, लेकिन छह वर्ष में लखनऊ विश्वविद्यालय शारीरिक शिक्षा का पाठ्यक्रम तैयार नहीं कर सका। आदेश के बाद क्रियान्वयन में दिलचस्पी न विश्वविद्यालय की रही और न ही शासन की। जब कॉलेजों में नियुक्त शिक्षकों को घर बैठाकर वेतन देने पर आपत्तियां उठी तो शासन नींद से जागा और लखनऊ विश्वविद्यालय से पाठ्यक्रम के बारे में पूछताछ शुरू की। दूसरी ओर बीपीएड में प्रवेश के नए मानकों के चलते यह कोर्स बंद न हो जाए इसको लेकर लविवि भी शारीरिक शिक्षा के पाठ्यक्रम को लेकर सक्रिय हुआ। बीपीएड में एनसीटीई ने यह नियम बना दिया है कि इसमें प्रवेश के लिए स्नातक स्तर पर शारीरिक शिक्षा एक विषय के रूप में पढ़ना जरूरी है। लविवि ने इस संदर्भ में एनसीटीई अनुरोध किया था कि उसे तीन वर्ष की छूट दी जाए जिससे वह अपने यहां विषय शुरू कर सके। एनसीटीई की छूट के बाद लविवि ने पाठ्यक्रम तैयार किया और नए सत्र से उसे वैकल्पिक रूप में लागू कर रहा है। लेकिन शासन द्वारा इस विषय को अनिवार्य बनाए जाने का मामला जस का तस ठप पड़ा हुआ है। शासन के पत्र के जवाब में लविवि ने शासन को लिखा कि पाठ्यक्रम तैयार है और कॉलेज की इस सहयुक्तता प्राप्त कर लें। दूसरी ओर कॉलजों का विरोध इस बात पर है अनिवार्य विषय के लिए किसी सहयुक्तता की जरूरत नहीं होती। लुआक्टा के अध्यक्ष डॉ. मनोज पाण्डेय कहते हैं कि शारीरिक शिक्षा को अनिवार्य विषय के रूप में लागू किया जाना है। जिसका शासनादेश है। ऐसे में इसके लिए किसी सहयुक्तता की कोई जरूरत ही नहीं है। दूसरे विश्वविद्यालय ने अपना पाठ्यक्रम बीपीएड को ध्यान में रखकर तैयार किया है न कि कॉलेजों में लागू किए जाने वाले विभिन्न खेलों एवं अनिवार्य विषय के रूप में ध्यान में रखकर। ऐसे में विश्वविद्यालय की नीयत पर यह सवाल उठना लाजिमी है कि वह इसे अनिवार्य विषय के रूप में लागू ही नहीं करना चाहता। लुआक्टा के पूर्व अध्यक्ष डॉ. मौलीन्दु मिश्र कहते हैं कि जब राष्ट्रगौरव लागू हुआ तो किसी संबद्घता की जरूरत नहीं पड़ी थी ऐसे में इस मामले को उलझाने का कोई तर्क नहीं है। सहयुक्तता की जरूरत तब पड़ती जब कॉलेज इसे अनिवार्य विषय के रूप में लागू करता। विवि प्रशासन की सुस्ती का आलम यह है कि लुआक्टा ने ही उन्हें पत्र लिखकर इस शासनादेश की याद दिलायी थी। अब जबकि जून शुरू हो चुका है अभी तक इसके पाठ्यक्रम का कोई पता ही नहीं है ऐसे में नए सेशन में लागू करना इसे टेढ़ी खीर होगा(अमर उजाला,लखनऊ,4.6.11)।

उत्तराखंडःपद डिप्लोमा का,चुन लिए डिग्रीधारी भी!

Posted: 05 Jun 2011 07:45 AM PDT

डिप्लोमाधारियों के चयन के लिए परीक्षा ली गई और 49 डिग्रीधारकों का भी चयन कर लिया गया। यह कारनामा रुड़की आईआईटी ने कर दिखाया। सूचना के अधिकार के तहत मामला उठा तो आवेदक को पत्रावली उपलब्ध के बजाए टका सा जवाब दे दिया गया। अब राज्य सूचना आयोग ने लोक सूचना अधिकारी पर पांच हजार रुपये का जुर्माना लगाया है। साथ ही अपीलीय अधिकारी को हिदायत भी दी है।
देहरादून निवासी केएस नौटियाल ने उत्तराखंड लोक सेवा आयोग से कनिष्ठ अभियंता के 834 पदों पर नियुक्ति की जानकारी मांगी थी। आयोग ने पत्रावली उपलब्ध न होने को आधार बनाते हुए सूचना नहीं दी। मामला द्वितीय अपील केरूप में राज्य सूचना आयोग पहुंचा। सुनवाई करते हुए राज्य सूचना आयुक्त विनोद नौटियाल ने पाया कि कार्मिक की विज्ञप्ति में सिर्फ डिप्लोमाधारियों को अर्ह किया गया था। परीक्षा रुड़की आईआईटी ने आयोजित की। आईआईटी की ओर से बताया गया कि 834 में से 49 डिग्रीधारकों को परीक्षा में बैठने दिया गया। ऐसा उनकी उच्च शैक्षिक योग्यता के कारण किया गया। इस कारण यह अनियमितता नहीं है। आयोग ने इस तर्क को खारिज कर दिया। और कहा कि इस हिसाब से तो डिप्लोमाधारियों का कहीं चयन हो ही नहीं पाएगा। आयोग ने लोक सेवा आयोग हरिद्वार के परीक्षा अनुभाग दो के लोक सूचना अधिकारी पर पांच हजार रुपये का जुर्माना लगाया। साथ ही अपीलीय अधिकारी को हिदायत दी गई कि सूचना उपलब्ध कराने के लिए उनके स्तर से भी प्रयास होना चाहिए था(अमर उजाला,देहरादून,5.6.11)।

एआईईईई का परिणाम घोषित

Posted: 05 Jun 2011 07:30 AM PDT

केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की ओर से १ और ११ मई को ली गई ऑल इंडिया इंजीनियरिंग एंट्रेंस एग्जामिनेशन (एआईईईई) का परिणाम आज दोपहर १ बजे घोषित किया गया। छात्र दोपहर अब.इन परिणामों को देख सकते हैं।
सीबीएसई के स्पेशल डायरेक्टर (एग्जाम) प्रीतम सिंह के अनुसार इस साल देश भर के ११, १४, ८८० छात्रों ने पंजीकरण करवाया था और इनमें से १०, ५३, ८३२ छात्रों ने परीक्षा दी थी। सिंह के अनुसार सामान्य वर्ग के जिन छात्रों के एआईईईई में ४८ मार्क्स आते हैं वे ऑनलाइन काउंसिलिंग के लिए आवेदन करने के योग्य है, जबकि अनुसूचित जाति एवं जनजाति वर्ग और शारीरिक रूप से विकलांग वर्ग के छात्रों के लिए १८ मार्क्स हासिल करने अनिवार्य हैं(अमर उजाला,चंडीगढ़,5.6.11)।

यूनिवर्सिटी बिजनेस स्कूल ने संशोधित की मेरिट लिस्ट

Posted: 05 Jun 2011 07:42 AM PDT

गड़बड़ी की शिकायत के बाद पीयू स्थित यूबीएस (यूनिवर्सिटी बिजनेस स्कूल) ने एमबीए में दाखिले की मेरिट लिस्ट शनिवार को बदल दी।
यूबीएस में एमबीए में दाखिला कैट के स्कोर के आधार पर होता है। इसके बाद यूबीएस की ओर से शार्टलिस्ट किए गए छात्रों का ग्रुप डिस्कशन (जीडी) और पर्सनल इंटरव्यू (पीआई) १४ मई से लिया गया। यूबीएस की शुक्रवार को जारी फाइनल मेरिट लिस्ट में ऐसे कई छात्रों के नाम शामिल नहीं थे, जिनके कैट में अच्छे परसेंटाइल थे। छात्रों का आरोप था कि जानबूझ कर उन्हें जीडी व पीआई में नंबर कम दिए हैं और मेरिट सूची में गड़बड़ी कर अपने कुछ चहेतों का नाम शामिल किए हैं।
छात्रों ने इसकी शिकायत पीयू के डीयूआई प्रो. बीएस बराड़ से भी कर दी। प्रो. बराड़ ने यूबीएस की अध्यक्ष प्रो. मीनाक्षी मल्होत्रा से इस पर विचार करने को कहा। शनिवार को यूबीएस की बोर्ड ऑफ कंट्रोल की बैठक बुलाई गई, जिसमें छात्रों की कैट परसेंटाइल और जीडी व पीआई के अंक का मिलान किया गया। इसके बाद मेरिट सूची को संशोधित कर दिया गया। प्रो. मीनाक्षी ने कहा कि तकनीकी कारणों से कई छात्रों के नाम शामिल नहीं हो सके थे। प्रो. बीएस बराड़ ने कहा कि उन्होंने संशोधित मेरिट सूची पर हस्ताक्षर कर दिए हैं। आरटीआई एक्टिविस्ट डा. राजिंदर सिंगला ने इस मामले में घोटाले का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि वह आरटीआई दाखिल कर इस मामले के दस्तावेज मांगेंगे(अमर उजाला,चंडीगढ़,5.6.11)।

दैनिक ट्रिब्यून में डॉ. जोगिन्द्र सिंह की रिपोर्टः
पंजाब विश्वविद्यालय के यूबीएस (यूनिवॢसटी बिजनेस स्कूल) द्वारा एमबीए के लिए दाखिलों को लेकर दो दिन बाद लगायी गयी संशोधित मेरिट सूची को लेकर आरटीआई कार्यकर्ता डा. आरके सिंगला ने यूनिवर्सिटी बिजनेस स्कूल (यूबीएस) में एमबीए के दाखिलों को लेकर नया विवाद खड़ा कर दिया है। उनका दावा है कि कुछ छात्रों के प्रवेश परीक्षा में अच्छा पर्सेन्टाइल आने के बावजूद उनका नाम लिस्ट में नहीं आया। उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ छात्रों के लिखित परीक्षा में इतने अंक हैं कि उन्हें अगर जीडी व इंटरव्यू में जीरो भी दिया जाता तो भी उनका नाम मेरिट सूची में आ जाता। उधर विभाग की चेयरपर्सन डा. मीनाक्षी मल्होत्रा ने कहा है कि दाखिलों में कोई अनियमितता नहीं है। विभाग ने जो लिस्ट फाइनल करके कंप्यूटर विभाग को भेजी थी वहां पर कुछ तकनीकी गड़बडिय़ों केचलते लिस्ट में कुछ चूक हो गयी थी जिसे ध्यान में आने पर सुधार लिया गया है और संशोधित लिस्ट नोटिस बोर्ड पर चस्पां कर दी गयी है। नयी लिस्ट में भी कोई छात्र बाहर या भीतर नहीं हुआ बल्कि कुछ रैंक ही आगे-पीछे हुए हैं। उन्होंने कहा कि अभी तो दाखिलों के लिए कौंसलिंग 20 जून से शुरू होनी है। अगर बाद में भी किसी स्तर पर कोई भूल-चूक संज्ञान में लायी जाती तो भी इसे ठीक कर लिया जाता। डा. मल्होत्रा ने कहा कि पहले लिस्ट को वेबसाइट पर भी नहीं डाला गया था। पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि नयी लिस्ट में कुछ रैंक ऊपर-नीचे हुए हैं। चार-पांच छात्रों के अंक गड़बड़ हो गये थे जिसे तत्काल सुधार लिया गया है इसलिए इसे कोई मुद्दा नहीं बनाया जाना चाहिए क्योंकि यह टेक्रिकल फाल्ट के चलते हुआ है।
दूसरी ओर आरके सिंगला ने कहा कि जब इस अनियमितता की तरफ ध्यान दिलाया गया और शिकायतें की गयी तभी क्यों विश्वविद्यालय को याद आया कि इसमें गड़बड़ी हो गयी है। उन्होंने दावा किया कि वे सोमवार को इस संबंध मेंआरटीआई के जरिये सभी दस्तावेज व लिस्टें मांगकर सच्चाई सबके सामने लायेंगे।

छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालयःसामूहिक नकल में १४ कालेजों की परीक्षा निरस्त

Posted: 05 Jun 2011 06:57 AM PDT

छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय की संस्थागत/ व्यक्तिगत परीक्षा २०१०-११ में सामूहिक नकल कराने वाले १४ महाविद्यालयौं की अलग-अलग तिथियौं की परीक्षा निरस्त कर दी गई है। सात महाविद्यालयों को काली सूची में डालने के साथ जुमार्ना भी ठोंका गया है। इससे पहले १५ अप्रैल को हुई परीक्षा समिति की बैठक में सामूहिक नकल के १४ महाविद्यालयौं की परीक्षा निरस्त की गई थी। अब तक २८ कालेजों की परीक्षा निरस्त हो चुकी है। इससे एक लाख विद्यार्थी प्रभावित होंगे। इनकी परीक्षा दोबारा करवानी पड़ेगी। शनिवार को परीक्षा समिति ने इनमें से आठ कालेजौं कौ काली सूची में डाला है। वहीं, नकल करने वाले स्नातक, परास्नातक के ८०७ नकलचियों का परीक्षा परिणाम भी रोक दिया गया है। यह मामला नकल की समिति के पास जाएगा। समिति की रिपौटर् के बाद संबंधित छात्रौं की परीक्षा निरस्त करने, दौबारा परीक्षा कराने या उनकौ काली सूची में डालने की रणनीति बनेगी।
विवि परीक्षा समिति की महत्वपूर्थ बैठक शनिवार को हुई। कुलपति प्रौफेसर हषर् कुमार सहगल की अध्यक्षता वाली बैठक में संस्थागत, व्यक्तिगत परीक्षा में नकल पर चर्चा की गई। कूटा अध्यक्ष डा. आरके सिंह और महामंत्री डा. विवेक द्विवेदी की मौजूदगी वाली बैठक में बाबू रुकमणि देवी महाविद्यालय मूसानगर रमाबाई नगर की परीक्षा निरस्त करके उसे काली में डाल दिया गया। जुमार्ना भी ठोंका गया है। इस कालेज पर उड़नदस्तों पर हमला कराने, सामूहिक नकल का गंभीर आरोप है। बाबू जयशंकर गया प्रसाद महाविद्यालय सुमेरपुर उन्नाव की छह अप्रैल की पूरी परीक्षा पहले निरस्त हुई थी, जबकि २८ अप्रैल की बीए द्वितीय वषर् हिंदी साहित्य प्रथम प्रश्नपत्र की परीक्षा भी निरस्त कर दी गई है। अभय बालिका महाविद्यालय रानीपुर हरदौई की परीक्षा निरस्त करने के साथ ही वहां के केंद्राध्यक्ष को काली सूची में डाला गया है। रामऔतार महाविद्यालय रमाबाई नगर, राम प्रसाद यादव महाविद्यालय फतेहपुर, रामऔतार सिंह महाविद्यालय फतेहपुर, एबीएम डिग्री कालेज गुरसहायगंज कन्न्ज, महादेव प्रसाद महाविद्यालय स्रिख कन्न्ज, बाबू जयशंकर गया प्रसाद महाविद्यालय सुमेरपुर उन्नाव, रामऔतार महाविद्यालय शेषपुर उन्नाव, डा. उपेन्द्र स्मृति महाविद्यालय हरदौई कौ भी काली सूची में डाला गया है। कुलपति का कहना है कि जिन कालेजों को काली सूची में डाला गया है। उन्हें भविष्य में परीक्षा केन्द्र नहीं बनाया जाएगा। ऐसे कालेजौं की संबद्धता निरस्त करने की संस्तुति की जाएगी। संबद्धता की फाइल में सामूहिक नकल और काली सूची में डाले जाने का जिक्र किया जाएगा। 

इन कालेजों की अलग-अलग तिथियों की परीक्षा निरस्त हुई
- १३ मार्च की रघुराजा रामगौपाल महाविद्यालय उन्नाव की बीए प्रथम वषर् की अर्थशास्त्र प्रथम प्रश्नपत्र की परीक्षा निरस्त, काली सूची में डाला। 
- २७ अप्रैल की मनु ला कालेज लखीमपुर की एलएलबी द्वितीय वषर् की आठवें पेपर की परीक्षा निरस्त।
- २३ मार्च की दयाशंकर पटेल महाविद्यालय महोली सीतापुर की मैथ तृतीय प्रश्नपत्र की परीक्षा निरस्त, काली सूची में डाला।
-२५ मार्च की शिव कुमार सिंह महाविद्यालय घाता फतेहपुर की बीएससी प्रथम वषर् की बाटनी तृतीय प्रश्नपत्र की परीक्षा निरस्त, काली सूची में डाला। 
- १३ मार्च की रामेश्वर दयाल महाविद्यालय सरैयां लखीमपुर की बीए द्वितीय वर्ष की इतिहास प्रथम प्रश्नपत्र की परीक्षा निरस्त। 
- १३ मार्च की अभय बालिका महाविद्यालय रानीपुर हरदौई की बीए तृतीय वषर् की अंग्रेजी साहित्य तृतीय प्रश्नपत्र की परीक्षा निरस्त, केन्द्राध्यक्ष काली सूची में डाले गए
- ११ मार्च की जमादार सिंह महाविद्यालय छिबरामऊ कन्न्ज की बीएससी प्रथम वषर् की केमिस्ट्री द्वितीय प्रश्नपत्र की परीक्षा निरस्त, काली सूची में डाला, जुर्माना भी ठौंका। 
- २३ अप्रैल की मां गायत्री देवी महिला महाविद्यालय नैनी इलाहाबाद की पूरी परीक्षा निरस्त, काली सूची में डाला गया। 
- २९ मार्च की जयनारायन महाविद्यालय करछना इलाहाबाद की बीए तृतीय वर्ष और एमए प्रथम वषर् की इतिहास, राजनीतिशास्त्र और अंग्रेजी साहित्य द्वितीय प्रश्नपत्र की परीक्षा निरस्त, काली सूची में डाला। 
-२९ मार्च की सरदार पटेल महाविद्यालय करछना इलाहाबाद की पूरी परीक्षा निरस्त 
- सावित्री देवी महाविद्यालय करछना इलाहाबाद, धनराज सिंह महाविद्यालय हंडिया इलाहाबाद, बाबू रुकमणि देवी महाविद्यालय मूसानगर रमाबाई नगर, शिव सहाय महाविद्यालय याकूबपुर औरैया । 
इनसेट
इन कालेजों कौ मिली चेतावनी
कंचन सिंह भूलीदेवी महाविद्यालय कानपुर देहात, ठाकुर जी महाराज महाविद्यालय उन्नाव, रामऔतार सिंह डिग्री कालेज फतेहपुर, अमर शहीद कंचन सिंह महाविद्यालय फतेहपुर, प्यारे लाल स्मारक महाविद्यालय सिमरिया कन्न्ज, वीवीकेवी महाविद्यालय कन्न्ज और सिंह वाहिनी महाविद्यालय अजीतमल औरैया। 

१५ अप्रैल को इन कालेजों की परीक्षाएं निरस्त हुई थीं
- ६ अप्रैल की बाबू जयशंकर गया प्रसाद महाविद्यालय उन्नाव की सुबह, दोपहर, शाम की पाली की बीए अंग्रेजी, बीएससी फिजिक्स, केमिस्ट्री की परीक्षा निरस्त, २८ अप्रैल की बीए द्वितीय वर्ष हिंदी साहित्य प्रथम प्रश्नपत्र की परीक्षा भी निरस्त हुई। जुर्माना भी ठोंका।
- ३० मार्च की रामनोहर यादव महाविद्यालय फतेहपुर की बीए तृतीय वर्ष की हिंदी साहित्य द्वितीय प्रश्नपत्र, २६ मार्च की बीए तृतीय वर्ष की समाजशास्त्र द्वितीय प्रश्नपत्र की परीक्षा निरस्त। जुर्माना भी ठोंका।
- ४ अप्रैल की एबीएम महाविद्यालय गुरसहायगंज कन्न्ज की बीए द्वितीय वर्ष की अंग्रेजी साहित्य प्रथम प्रश्नपत्र और बीएससी प्रथम वर्ष की जूलौजी तृतीय प्रश्नपत्र की परीक्षा निरस्त
- २६ मार्च की उपेन्द्र तिवारी महाविद्यालय हरदौई की बीए द्वितीय वर्ष की समाजशास्त्र द्वितीय प्रश्नपत्र की परीक्षा निरस्त
- २६ मार्च की श्रीकृष्ण जनका देवी महाविद्यालय रूरा रमाबाई नगर की बीए तृतीय वर्ष की समाजशास्त्र द्वितीय प्रश्नपत्र की परीक्षा निरस्त
- २९ मार्च की महादेव प्रसाद महिला महाविद्यालय स्रिख कन्न्ज की द्वितीय पाली की परीक्षा निरस्त
- २९ मार्च की रामअवतार महाविद्यालय बु



--
Palash Biswas
Pl Read:
http://nandigramunited-banga.blogspot.com/

No comments:

मैं नास्तिक क्यों हूं# Necessity of Atheism#!Genetics Bharat Teertha

হে মোর চিত্ত, Prey for Humanity!

मनुस्मृति नस्ली राजकाज राजनीति में OBC Trump Card और जयभीम कामरेड

Gorkhaland again?আত্মঘাতী বাঙালি আবার বিভাজন বিপর্যয়ের মুখোমুখি!

हिंदुत्व की राजनीति का मुकाबला हिंदुत्व की राजनीति से नहीं किया जा सकता।

In conversation with Palash Biswas

Palash Biswas On Unique Identity No1.mpg

Save the Universities!

RSS might replace Gandhi with Ambedkar on currency notes!

जैसे जर्मनी में सिर्फ हिटलर को बोलने की आजादी थी,आज सिर्फ मंकी बातों की आजादी है।

#BEEFGATEঅন্ধকার বৃত্তান্তঃ হত্যার রাজনীতি

अलविदा पत्रकारिता,अब कोई प्रतिक्रिया नहीं! पलाश विश्वास

ভালোবাসার মুখ,প্রতিবাদের মুখ মন্দাক্রান্তার পাশে আছি,যে মেয়েটি আজও লিখতে পারছেঃ আমাক ধর্ষণ করবে?

Palash Biswas on BAMCEF UNIFICATION!

THE HIMALAYAN TALK: PALASH BISWAS ON NEPALI SENTIMENT, GORKHALAND, KUMAON AND GARHWAL ETC.and BAMCEF UNIFICATION! Published on Mar 19, 2013 The Himalayan Voice Cambridge, Massachusetts United States of America

BAMCEF UNIFICATION CONFERENCE 7

Published on 10 Mar 2013 ALL INDIA BAMCEF UNIFICATION CONFERENCE HELD AT Dr.B. R. AMBEDKAR BHAVAN,DADAR,MUMBAI ON 2ND AND 3RD MARCH 2013. Mr.PALASH BISWAS (JOURNALIST -KOLKATA) DELIVERING HER SPEECH. http://www.youtube.com/watch?v=oLL-n6MrcoM http://youtu.be/oLL-n6MrcoM

Imminent Massive earthquake in the Himalayas

Palash Biswas on Citizenship Amendment Act

Mr. PALASH BISWAS DELIVERING SPEECH AT BAMCEF PROGRAM AT NAGPUR ON 17 & 18 SEPTEMBER 2003 Sub:- CITIZENSHIP AMENDMENT ACT 2003 http://youtu.be/zGDfsLzxTXo

Tweet Please

Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...

THE HIMALAYAN TALK: PALASH BISWAS BLASTS INDIANS THAT CLAIM BUDDHA WAS BORN IN INDIA

THE HIMALAYAN TALK: INDIAN GOVERNMENT FOOD SECURITY PROGRAM RISKIER

http://youtu.be/NrcmNEjaN8c The government of India has announced food security program ahead of elections in 2014. We discussed the issue with Palash Biswas in Kolkata today. http://youtu.be/NrcmNEjaN8c Ahead of Elections, India's Cabinet Approves Food Security Program ______________________________________________________ By JIM YARDLEY http://india.blogs.nytimes.com/2013/07/04/indias-cabinet-passes-food-security-law/

THE HIMALAYAN TALK: PALASH BISWAS TALKS AGAINST CASTEIST HEGEMONY IN SOUTH ASIA

THE HIMALAYAN VOICE: PALASH BISWAS DISCUSSES RAM MANDIR

Published on 10 Apr 2013 Palash Biswas spoke to us from Kolkota and shared his views on Visho Hindu Parashid's programme from tomorrow ( April 11, 2013) to build Ram Mandir in disputed Ayodhya. http://www.youtube.com/watch?v=77cZuBunAGk

THE HIMALAYAN TALK: PALASH BISWAS LASHES OUT KATHMANDU INT'L 'MULVASI' CONFERENCE

अहिले भर्खर कोलकता भारतमा हामीले पलाश विश्वाससंग काठमाडौँमा आज भै रहेको अन्तर्राष्ट्रिय मूलवासी सम्मेलनको बारेमा कुराकानी गर्यौ । उहाले भन्नु भयो सो सम्मेलन 'नेपालको आदिवासी जनजातिहरुको आन्दोलनलाई कम्जोर बनाउने षडयन्त्र हो।' http://youtu.be/j8GXlmSBbbk

THE HIMALAYAN DISASTER: TRANSNATIONAL DISASTER MANAGEMENT MECHANISM A MUST

We talked with Palash Biswas, an editor for Indian Express in Kolkata today also. He urged that there must a transnational disaster management mechanism to avert such scale disaster in the Himalayas. http://youtu.be/7IzWUpRECJM

THE HIMALAYAN TALK: PALASH BISWAS CRITICAL OF BAMCEF LEADERSHIP

[Palash Biswas, one of the BAMCEF leaders and editors for Indian Express spoke to us from Kolkata today and criticized BAMCEF leadership in New Delhi, which according to him, is messing up with Nepalese indigenous peoples also. He also flayed MP Jay Narayan Prasad Nishad, who recently offered a Puja in his New Delhi home for Narendra Modi's victory in 2014.]

THE HIMALAYAN TALK: PALASH BISWAS CRITICIZES GOVT FOR WORLD`S BIGGEST BLACK OUT

THE HIMALAYAN TALK: PALASH BISWAS CRITICIZES GOVT FOR WORLD`S BIGGEST BLACK OUT

THE HIMALAYAN TALK: PALSH BISWAS FLAYS SOUTH ASIAN GOVERNM

Palash Biswas, lashed out those 1% people in the government in New Delhi for failure of delivery and creating hosts of problems everywhere in South Asia. http://youtu.be/lD2_V7CB2Is

THE HIMALAYAN TALK: PALASH BISWAS LASHES OUT KATHMANDU INT'L 'MULVASI' CONFERENCE

अहिले भर्खर कोलकता भारतमा हामीले पलाश विश्वाससंग काठमाडौँमा आज भै रहेको अन्तर्राष्ट्रिय मूलवासी सम्मेलनको बारेमा कुराकानी गर्यौ । उहाले भन्नु भयो सो सम्मेलन 'नेपालको आदिवासी जनजातिहरुको आन्दोलनलाई कम्जोर बनाउने षडयन्त्र हो।' http://youtu.be/j8GXlmSBbbk