कहते हैं कि बहरा हो गया है हाकिम/ तभी तो सबकी फ़रियाद नहीं सुनता
ये रास्ते हैं इंसाफ़ के जंहागीर के दरबार का भारी है घंटा हर एक के हिलानें से नहीं बजता कहते हैं कि बहरा हो गया है हाकिम तभी तो सबकी फ़रियाद नहीं...
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