#कैशलैसइंडियाडिजिटलइंडियामेंसाइबरसुरक्षा की गारंटी क्या देंगे नानबैंकिंग कंपनियों के सुपरमाडल?
किसी भी वक्त बेदखल होने वाले तथ्यों और आंकडो़ं की आभासी जमीन अब हमारी जिंदगी और अर्थव्यवस्था है।बाकी मरघट है।मृत्यु महोत्सव है।नरमेध यज्ञ।
संसदीय नौटंकी के अलावा नोटबंदी की आग से साबूत सही सलामत बचे राजनेताओं,पत्रकारों,बुद्धिजीवियों,नौकरीपेशा लोगों,डाक्टरों,वकीलों,पेशेवर पढ़े लिखे लोगों,शिक्षकों,प्रोफेसरों,रंगकर्मियों,फिल्म स्टारों, कलाकारों, अर्थशास्त्रियों, सिद्धांतकारों, स्वेदेशियों,तमाम वाद विवादियों,सामाजिक कार्यकर्ताओं और सत्तावर्ग से संतरी से सिपाहसालारों,देश विदेस में अरबों का कारोबार करने वालों,अरबों का मुनाफावसूली करने वालों और चुने हुए रंग बिरंगे जनप्रतिनिधियों को करोड़ों की तादाद में बिना मौत मरनेवालों की कितनी परवाह है और मृत्यु अंकगणित बीजगणित त्रिकोणमिति सांख्यिकी में वे कितने दक्ष और पारंगत हैं,यक्षप्रश्न अब एकमात्र यही है।
पलाश विश्वास
सबसे ताजा फतवा है कि राशन भी कैशलैस होगा और स्कूल भी कैशलैस होंगे।फतवे अब तरह तरह के चित्र विचित्र हैं।केसरिया भूगोल में भूंकप के झटके हैं फतवे ।मसलन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कैशलेस इकॉनमी के बनाने के सपने को बढ़ावा देते हुए हरियाणा की बीजेपी सरकार ने अपने ऑफिस स्टाफ के लिए नया आदेश जारी किया है। हरियाणा की खट्टर सरकार के आदेश के मुताबिक, कर्मचारियों को अगले सात दिनों में एक बार मोबाइल फोन से डिजिटल ट्रांजेक्शन करनी होगी और इसका सबूत भी सब्मिट करना होगा।फतवों की बाहर दखते रहिये।
दिहाड़ी कैशलैस हो जाने से देश के करोड़ों मेहनतकशों के घरों में चूल्हा सुलगना बंद है।न धुआं है और न आग है।जल रहा है दिलोदमिाग।जल रहा है इंसानियत का वजूद।जल रही है,जलकर खाक हो रही है कायनात।
महाभारत का अंतिम संस्कार पर्व चल रहा है।जलती हुई चिताओं से,बढ़ते हुए कब्रिस्तान से बेखबर हैं और खबरदार भी हैं तो मदहोश हैं देशभक्त राष्ट्रवादी पढ़े लिखे पाखंडियों की रंगबिरंगी उपभोक्ता फौजें।जिनके दम से यह कत्लेआम पिछले पच्चीस साल से जारी हैंं।जो नख से शिख तक अपने स्वजनों के खून से लबालब हैं।यही ताजा फैशन है।हर छिद्र से आवाजें आ रही हैं भोग के परमानंद की।नरमेध महोत्सव है।
बैंकों और एटीएम में लाशों की गिनती करने वाले गांव देहात जनपदों में लाशों के अंबार पर तनिक नजर डालें।अभी अम्मा के शोक में तमिलनाडु में सात सौ ज्यादा मौतों की खबर है तो समझ लीजिये कि नोटबंदी में कुल मरने वाले कितने होंगे।
संसदीय नौटंकी के अलावा नोटबंदी की आग से साबूत सही सलामत बचे राजनेताओं,पत्रकारों,बुद्धिजीवियों,नौकरीपेशा लोगों,डाक्टरों,वकीलों,पेशेवर पढ़े लिखे लोगों,शिक्षकों,प्रोफेसरों,रंगकर्मियों,फिल्म स्टारों, कलाकारों, अर्थशास्त्रियों, सिद्धांतकारों, स्वेदेशियों,तमाम वाद विवादियों,सामाजिक कार्यकर्ताओं और सत्तावर्ग से संतरी से सिपाहसालारों,देश विदेस में अरबों का कारोबार करने वालों,अरबों का मुनाफावसूली करने वालों और चुने हुए रंग बिरंगे जनप्रतिनिधियों को करोड़ों की तादाद में बिना मौत मरनेवालों की कितनी परवाह है और मृत्यु अंकगणित बीजगणित त्रिकोणमिति सांख्यिकी में वे कितने दक्ष और पारंगत हैं,यक्षप्रश्न अब एकमात्र यही है।
किसी भी वक्त बेदखल होने वाले तथ्यों और आंकडो़ं की आभासी जमीन अब हमारी जिंदगी और अर्थव्यवस्था है।
बाकी मरघट है।मृत्यु महोत्सव है।नरमेध यज्ञ।
याहू के एक बिलियन खाते हैक हो गये हैंं।
हैकिंग अब दाल भात की तरह प्रचलन में है।
मसलन अमेरिकी इंटेंलिजेंस अधिकारियों का मानना है कि अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के कैंपेन के दौरान हुई हैकिंग में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन खुद शामिल थे। रिपोर्ट्स के मुताबिक पुतिन ने खुद निर्देश दिए थे कि हैकिंग को कैसे अंजाम देना है और इसे कैसे इस्तेमाल करना है।
भारत में नागरिक सवा बिलियन से कुछ कम बेशी है।
समीकरण साधने वाले बतायें कि आधार नंबर एक बिलियन भी जारी हुए तो पेटीएम मार्फत हैक होने में कितना वक्त लगेगा।
जिस पेटीएम का सुपर माडल राष्ट्रीय नेतृत्व है।जिसे रोजाना सवा अरब लोगों के लेनदेन का ढाई प्रतिशत ठेका है और कुल रकम मुनाफावसूली की कितनी है,किस किसकी मुनाफावसूली है,उसका भी हिसाब जोड़कर बतायें।
इस पेटीएम पर गौरतलब है कि फ्राड का महाभियोग भी है।
जिसकी महिमा से बैंकिंग का काम तमाम।
अर्थव्यवस्था खत्म और उत्पादन प्रणाली भी खत्म।
पेटीएम नेट बैंकिंग करने से पहले गौर करें कि कमीशन देकर ,नकदी के बदले आप कितना बड़ा जोखिम किसके फायदे के लिए उठा रहे हैं।
आधार नंबर निराधार के आधार यह डिजिटल लेनदेन किसानों और कारोबारियों का कत्लेआम ही नहीं कर रहा है ,यह दिनदहाड़े आपकी जेबें काटने का चाकचौबंद इंतजाम है और यही हिंदुत्व का असल कारपोरेट मुनाफावसूली का एजंडा है।
#कैशलैसइंडिया के 130 करोड़ लोग सौ रुपए रोजाना खर्च करें तो वह रकम कितनी होगी?
#हरसौरुपयेपरपेटीएमकाकमीशनढाई रुपयेतो रोजाना इस लेनदेन बाबत पेटीएम को कितना मिलेगा?
#पेटीएमसेकिसकोकितना फायदा?
#नकदलेनदेन मे सौ का नोट 130 करोड़ बार चलन में होगा तो आपके जेब से कितना कमीशन जाएगा?
#कैशलैसइंडियाडिजिटलइंडियामेंसाइबर सुरक्षासुरक्षा की गारंटी क्या देंगे नानबैंकिंग कंपनियों के सुपरमाडल?
इंडियन एक्सप्रेस की ताजा खबर पर मुलाहिजा फरमायें
Yahoo confirms one billion accounts hacked: Here's what happened
Yahoo says over one billion accounts hacked in new data breach discovered from 2013. Here are all the details
न संविधान है।न लोकतंत्र है।न कानून का राज है।न संसदीय प्रणाली है।न स्वतंत्रता है।न संप्रभुता है।न अवसर है।ऩ आजीविका है न रोजगार।न समता है न न्याय है।न सहिष्णुता है और न उदारता है।बहुप्रचारित विविधता और बहुलता भी सिरे से गायब हैं नरसंहार संस्कृति में।सिर्फ घृणा और हिंसा का राजकाज।
अब यह देश को माफिया गिरोह की तरह टुकड़ा टुकडा़ बांट करके तबाह करने की राजनीति है।यह देश मृत्यु उपत्यका ही नहीं गैस चैंबर है।दम तोड़ रहे हैं लोग।लाशों से घिरे हुए हैं लोग लेकिन इस तिलिस्म का अंध राष्ट्रवाद कुछ और है।
#कैशलैसइंडिया के 130 करोड़ लोग सौ रुपए रोजाना खर्च करें तो वह रकम कितनी होगी?
#हरसौरुपयेपरपेटीएमकाकमीशनढाईरुपये तो रोजाना इस लेनदेन बाबत पेटीएम को कितना मिलेगा?किसकिसको कितना मिलेगा?
#पेटीएमसेकिसकोकितना फायदा?
#नकदलेनदेन मे सौ का नोट 130 करोड़ बार चलन में होगा तो आपके जेब से कितना कमीशन जाएगा?
ताजा खबर यह है कि अमेरिका के नए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पेप्सिको की चेयरमैन इंदिरा नूयी को अपनी स्ट्रेटेजिक एंड पॉलिसी फोरम में शामिल किया है। नूयी आर्थिक एजेंडे को लागू करने में सहयोग प्रदान करेंगी। फोरम का नेतृत्व निवेश कंपनी ब्लैकस्टोन के सीईओ स्टीफन स्वार्जमान कर रहे हैं और इसमें जेनरल इलेक्ट्रीक के पूर्व सीईओ जैक वेल्च, स्पेस एक्स और टेसला के सीईओ एलोन मुस्क, उबर के सीईओ कालानिक, चेज के जैमी डिमॉन और जेनरल मोटर्स के सीईओ मैरी बारा शामिल हैं।
भारत अमेरिकी रणनीतिक समीकरण के मुक्तबाजार में ग्लोबल हिंदुत्व की फिजां में मोदी ट्रंप युगलबंदी का रसायन कैसे बन रहा है,डिजिटल कैसलैस इंडिया के अंध राष्ट्रवादियों इसपर भी जरा नजर रखना राष्ट्रहित में।
No comments:
Post a Comment