भ्रष्टाचार के खिलाफ संघर्ष में शहीदों के परिजन दिखे अन्ना के साथ
भ्रष्टाचार के खिलाफ संघर्ष में शहीदों के परिजन दिखे अन्ना के साथ
Sunday, 25 March 2012 15:41 |
नयी दिल्ली, 25 मार्च :भाषा: राष्ट्रीय राजधानी स्थित जंतर मंतर पर सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे के एक दिवसीय उपवास में आज दिवंगत आईपीएस अधिकारी नरेन््रद कुमार के परिवार समेत भ्रष्टाचार का भंडाफोड़ करते हुए अपना सर्वस्व न्योछावर करने वाले 12 लोगों के परिजन शामिल हुए और भ्रष्टाचार के कारण अपनी व्यक्तिगत पीड़ा और देश की त्रासद स्थिति की तस्वीर पेश की। अन्ना ने दिवंगत आईपीएस अधिकारी नरेन््रद कुमार को न्याय देने और भ्रष्टाचार का भंडाफोड़ करने वालों को सुरक्षा प्रदान करने के लिए कड़ा कानून बनाने की मांग करते हुए सरकार को गूंगी और बहरी करार दिया और इस विषय पर बड़ा आंदोलन करने की बात कही। मध्यप्रदेश में माफिया के हाथों कथित तौर पर मारे गए आईपीएस अधिकारी नरेन््रद कुमार के पिता और भाई ने जंतर मंतर पर मंच से लोगों के समक्ष अपनी पीड़ा व्यक्त की। नरेन्द्र कुमार के पिता केशव देव ने कहा कि उनके बेटे की सोची समझी साजिश के तहत हत्या कर दी गई थी। यह कोई दुर्घटना नहीं बल्कि भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाने वाले अधिकारी की हत्या थी। उन्होंने कहा कि होली के त्योहार के समय डेढ बजे नरेन्द्र की हत्या हुई और साढे पांच बजे जल्दी जल्दी पोस्टमार्टम एवं अन्य कार्य पूरे कर दिये गए। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री इसे हादसा और छोटी घटना बता रहे हैं। लेकिन उनके बेटे का खून जाया नहीं जायेगा। ''भ्रष्टाचार खत्म होकर रहेगा।'' जंतर मंतर पर अन्ना के उपवास में सत्येन्द्र दूबे के परिवार के लोग भी शामिल हुए। दूबे भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के परियोजना अधिकारी के तौर पर बिहार में तैनात थे । राजमार्ग में भ्रष्टाचार के विषय में दूबे ने तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को पत्र लिखा था। उनकी हत्या 27 नवंबर 2003 को कर दी गई थी। | |
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